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हरियाणा का यह अखाड़ा बना रहा है भविष्य के कुश्ती चैम्पियन

लेख सिद्धार्थ भट्ट और विडियो आभार हर्षवर्धन सिंह :

रिओ ओलम्पिक करीब हैं, और भारत के ओलंपिक खेलों में प्रदर्शन को लेकर आज-कल काफी चर्चाएँ हो रही हैं। इन खेलों में भारत के मैडल पाने की उम्मीदों को उस समय करारा झटका लगा जब भारतीय पहलवान नरसिंह यादव का डोपिंग प्रकरण के चलते इन खेलों में भाग ना ले पाना लगभग तय हो गया है। भारत में कुश्ती और अखाड़ों की काफी पुरानी परंपरा रही है, 2008 और 2012 के ओलम्पिक खेलों में भारतीय पहलवान सुशील यादव मैडल जीतने में कामयाब भी रहे हैं।

पेपर वेट एंटरटेनमेंट का यह विडियो, भारत की इसी सदियों पुरानी कुश्ती और अखाड़ों की विरासत की एक झलक दिखलाता है। यह विडियो हरियाणा के एक अखाड़े और व्यायाम शाला के अनुभवी और युवा पहलवानों के इस खेल को लेकर जुनून, समर्पण, अनुशाशन और कड़ी मेहनत को सामने लेकर आता है। यह उन युवा पहलवानों के सपनों की एक छोटी सी कहानी है, जो अंतर्राष्टीय स्तर पर अपनी और देश की छाप छोड़ने के बुलंद इरादे रखते हैं।

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