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अनाथालय की आड़ में हैदराबाद में भीख मंगवाने वाले रैकेट का हुआ पर्दाफाश, छुड़ाए गए 19 बच्चे

सिद्धार्थ भट्ट:

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार हैदराबाद में कम से कम 19 बच्चों को छुड़ाया गया, जिन्हें अनाथ दिखाकर सायबराबाद के पास के ट्रैफिक जंक्शनों पर भीख मंगवाने का काम करवाया जा रहा था। इन बच्चों को हैदराबाद शहर के बाहरी इलाके अमीनपुर के एक घर से गुरूवार 18 अगस्त की सुबह छुड़ाया गया।

पुलिस ने इस मामले में के. जॉन नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिसकी निगरानी में ये सभी बच्चे अमीनपुर में ब्रह्मपुत्र अनाथालय के नाम पर एक घर में रह रहे थे। इन बच्चों में 5 लड़कियां भी शामिल हैं।

गुरूवार सुबह पुलिस ने देखा कि ब्रह्मपुत्र अनाथालय का स्टीकर लगे हुए डब्बों के साथ, 4 बच्चे आइ.आइ.आइ.टी. जंक्शन और 4 अन्य बच्चे टी.सी.एस. जंक्शन पर भीख मांग रहे हैं। इन बच्चों को पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहाँ इन्होने अनाथालय के पते और जॉन के बारे में जानकारी दी।

पुलिस इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया कि, “19 बच्चों को एक 2 कमरों के छोटे से घर में रखा जा रहा था, जिसमे केवल एक ही शौचालय था। वहां की स्थिति बेहद खराब थी और ये बच्चे बहुत गन्दगी में रह रहे थे, घर से आ रही बदबू और गन्दगी को देखने से साफ़ था कि घर की सफाई काफी दिनों से नहीं की गयी थी। ये बच्चे वहीं रहते थे और वहीं सोते भी थे।”

पुलिस को ये भी पता चला कि इनमे से कोई भी बच्चा अनाथ नहीं था। रमेश कुमार ने आगे बतया कि, “जॉन, जो ये अनाथालय चला रहा था इन सभी बच्चों को पास के इलाकों से गरीब माँ-बाप से लेकर आया था। उसने इन इन बच्चों के माँ-बाप को इन्हें अच्छा खाना, रहने की जगह और अच्छी शिक्षा देने का भरोसा दिलाया था। लेकिन अनाथालय चलाने के लिए और साथ ही खुद के लिए पैसे कमाने के लिए वो इनसे भीख मंगवाने का काम करवा रहा था।”

हर रात बच्चे भीख मांगने के डिब्बों को जॉन के पास जमा कर देते थे। इन बच्चों ने उनके साथ किसी भी तरह के दुर्व्यवहार की बात नहीं कही। सरकारी अस्पताल में इनकी जांच के बाद इन्हें सरकार द्वारा चलाए जा रहे एक अनाथालय में भेज दिया गया।

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