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क्रिकेट के बागी

सिद्धार्थ भट्ट:

नब्बे का दशक वो समय था जब क्रिकेट ने कई बदलावों को देखा, इनमें दक्षिण अफ़्रीका की इस खेल में वापसी भी शामिल है। रंगभेद की नीतियों के चलते सन 1971 में दक्षिण अफ़्रीका के ओलम्पिक, फीफा(फुटबॉल) वर्ल्ड कप, और टेस्ट क्रिकेट जैसे अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। तकरीबन 20 सालों के बाद 1991 में दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट में वापसी हुई थी। लेकिन प्रतिबंध के इन 20 सालों में कुछ ऐसे घटनाक्रम रहे जिन्होंने सारी दुनिया का ध्यान अपनी और खींचा। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट यूनियन ने इस दौरान देश में खेल को ज़िन्दा रखने के लिए विदेशी खिलाड़ियों को खेलने के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद सन 1982 से 1990 के बीच दक्षिण अफ्रीका में सात अनाधिकारिक टूर्नामेंट आयोजित किये गए। इनमे सबसे अधिक चर्चित दौरा था वेस्ट इंडीज़ की टीम का, तब की वेस्ट इंडियन टीम क्रिकेट का पावरहाउस और वर्ल्ड चैंपियन टीम थी। एक अश्वेत टीम का ऐसे देश का दौरा करना जो रंगभेद की नीतियों के कारण प्रतिबंधित हो, उस वक़्त की बड़ी खबर थी। इस दौरे ने क्रिकेट के खेल और इन खिलाड़ियों के जीवन को कैसे प्रभावित किया आइये देखते हैं इस विडियो में-

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