17 नवम्बर को चित्रकूट में रहने वाली शांति नसबंदी कराने अपने नजदीकी ‘कम्युनिटी हेल्थ सेंटर’ में गयी और वापस नहीं आई – ऑपरेशन के दौरान जो उनको इंजेक्शन दिया गया उससे वो बेहोश हो गयी और उनकी मौत हो गयी। परिवार वालों को बिना कुछ जानकारी दिए वहां से भगा दिया गया और शांति को पहले कर्वी और फिर इलाहाबाद भेजा गया। बाद में उन्हें बताया गया कि दवाई के रिएक्शन के कारण शांति की मौत हो गयी और उनका ये अनुमान है की ये मौत इलाहाबाद में हुई थी, पर ये निश्चित तौर पर नहीं कह सकते। ठीक एक महीने बाद खबर लहरिया की फॉलोअप स्टोरी में अब ये पता चला है कि परिवार वालों की सुनवाई कहीं नहीं है और शांति के मौत के बाद जो सरकार की ओर से राहत की राशी मिलनी थी, उसका भी कोई नामो -निशान नहीं है।