एक लड़की तबला बजा रही है, पढ़ने या सुनने में उतनी बड़ी बात नहीं लगती ना? लगता है जैसे अपनी मर्ज़ी है कुछ भी करे। लेकिन ज़रा दिमाग पर ज़ोर डालिए, कोई लड़की तबला, ढोल बजाते याद आती है क्या? क्यों हमें घर के आयोजनों में चम्मच से ढोलकी बजाती औरतें पारंपरिक लगती हैं लेकिन जब कोई लड़की उसे अपना प्रोफेशन बनाना चाहे तो अनायास ही निकल आता है मुंह से कि ये लड़कियों का काम थोड़े ही ना है। मीठू टिकादार जिनपर ये वीडियो बनाया गया है, उन्हें भी यही सब सुनना पड़ा। सोचिए कि एक प्रोफेशन चुनने की वजह से उन्हें ये सुनना पड़ा कि वो पूरे औरत समुदाय पर कलंक हैं। जिस बैंड में उन्होंने तबलावादक का काम शुरू किया वहां बाकी लोगों से कम पैसे दिए गए जब वजह पूछी गई तो कहा गया कि लड़की हो, इसलिए कम पैसे मिलेंगे। आस-पास जब किसी भी चीज़ में बस एक ही जेंडर का बोलबाला दिखे तो उसे अगली बार बस सहजता से मान लेने के बजाय सोचिएगा। ये वीडियो देखिए वीडियो वॉलेन्टियर्स ने बनाया है।