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स्नैपचैट इस्तेमाल ना करने वाले की तरफ से स्नैपचैट के CEO को खत

प्रिय ईवन स्पीगल,

पता नहीं आपने भारत को गरीब कहा था या नहीं, ये भी निश्चित नहीं कि भारत गरीब है भी या नहीं, लेकिन अब शायद आप भारत को कुछ कहना चाहोगे तो शायद आपके मन में अनपढ़ या जाहिल जैसे शब्द घूमेंगे। ऐसा नहीं की देश में अशिक्षित भरे पड़े है, वैसे ऐसा है भी लेकिन हम मानते नहीं है।

मैं समझता हूँ आप परेशान होंगे कि एक कथित बयान पर आपकी कंपनी के साथ ऐसा बर्ताव क्यों हो रहा है। अरे आप नहीं जानते ना कि इस देश में कथित घटनाओं और बयानों पर दंगे हो जाते हैं, आपका एप्प डिलीट करना और ख़राब रेटिंग देना तो बहुत छोटी बात है। बुरा मत मानिये, यहाँ के लोगो के पास समय की बहुत कमी होती है, कौन खबर के बारे में पढ़े और वो भी ऐसी खबर जहां देश के नाम के आगे कोई अपमानित करने वाला शब्द हो। फर्क नहीं पड़ता यहाँ कि मुद्दा कथित है या पुख्ता, राष्ट्रवाद भरपूर है हम लोगो में इसलिए ऐसा हादसा हो गया आपके एप्प के साथ।

लेकिन आपको एहसान मानना चाहिए भारत के भोले-भाले लोगों का जिन्होंने आपके एप्प को डिलीट मारने की कवायद में स्नैपडील पर भी हमला बोल दिया। उन्हें लगा यह भी आपके एप्प स्नैपचैट का कोई रिश्तेदार है। या आमिर खान वाला भी रीज़न तो था स्नैपडील वाले में। कइयों को तो फर्क ही नहीं समझ आया दोनों के बीच और दे दना दन डिलीट और रेटिंग की भद्द पीट डाली। स्नैपडील को अब आप एक थैंक-यू लेटर तो भेज ही दीजियेगा, उसने जो यह कोलैटरल डैमेज सहा है उसके लिए।

कभी आना आप भारत तो मिल के जाना भारत के लोगों से। बस याद रखियेगा कि जैसे ही स्थिति काबू से बाहर जाने लगे तुरंत ‘भारत माता की जय’ या ‘वन्दे-मातरम’ का उच्चारण करने लगिएगा, कोई कुछ नहीं कहेगा। यहाँ आधे मामले ऐसे ही ठीक हो जाते है, वो क्या है ना भारत के लोग भयंकर राष्ट्रवादी है और नारे सुन कर सबके अंदर का देश-प्रेम जाग जाता है और वो सब भुला देते हैं।

बाकि भूल-चूक माफ़। और हाँ अगर नेशनल ट्रोल्स आप तक पहुंच जाए तो हैरान मत हो जाना, उनकी पहुंच बहुत दूर तक है।

धन्यवाद

एक भारतीय जिसने आपका एप्प कभी इस्तेमाल नहीं किया

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