गाय ही माता क्यूँ ?
जहाँ देखो वहाँ गाय माता सुनाई दे पड़ता है , क्या कभी भैस माता या बकरी माता सुना है ? नही सुना तो क्यों नही सुना ?
फिर वही सवाल गाय ही माता क्यों ? क्योंकि वो सीधी है इसलिये वो हमारे अत्याचार का विरोध नही करती इसलिये ? क्यूँ हर सीधी लड़की को कहा जाता है कि एकदम गाय है हमारी बेटी ……
हमारे लोग बोलते है गाय दूध देती है इसलिये वो माता है तो भैस क्या देती है ? बकरी तो ज़हर ही देती होती तभी वो मौसी भी नही है हमारी । अगर हम गाय को देखे तो वो एक शांत जानवर है जो आपका कभी विरोध नही करती बस यही कारण है गाय के माता होने का……
अगर गाय के अंदर सभी देवता निवास करते है तो मुर्गा भी किसी माता की सवारी है उसको आप क्यों नही छोटी माता का दर्जा देते क्योंकि वो थोड़ी चंचल है इसलिये न ? चूहा भी देवता की सवारी होता है वो मौसी का लड़का क्यों नही उसकी हत्या पर रोक क्यों नही ?
हमारी पुरुषवादी सोच गाय को माता का दर्जा देती है और उसको बनाये रखना चाहती है क्योंकि वो विरोध की आशा ही नही करते अपनी माँ या बहन या किसी महिला से , हम एक माता बना देना चाहते है जिससे लोगो की उसकी भावना जुड़ जाये और वो उससे आगे न सोच सके ।
जीवन भर लड़की अपने घर का काम करती है लेकिन उसकी कोई कदर नही होती वैसे गाय है जब तक जिंदा है वो पानी खाती है लेकिन जैसे ही वो मर जाती है एक को सती माता और दूसरी को गाय माता का दर्जा दे देते है …..