उत्तरप्रदेश योगी सरकार के मंत्री सत्यदेव पचौरी ने जिस तरह से सरेआम एक विकलांग को लूला लँगड़ा कह कर उसकी खिल्ली उड़ाई वो उनकी मानसिक दशा को दर्शाता हैं मंत्री जी नई नई सत्ता के गुमान में भाषा का स्तर ही भूल गए हैं और प्रधानमंत्री जी की मंशा अपने सरकार की अंतोदय की नीति को लात मार कर एक गरीब विकलांग संविदा कर्मी को सर्वजनिक रूप से लूला लगड़ा तो बुला ही रहे हैं उसकी कार्यक्षमता पर भी ऊँगली उठा रहे हैं अभी कुछ दिन पूर्व यही कार्य केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने किया था जिसका पुरे देश के विकलांगो ने विरोध किया था और अब पचौरी जी भी विकलांगो को अपमानित करते नजर आ रहे हैं समझ नही आता की ये दिव्यांग शब्द केवल कागजी शोभा के लिए ही हैं क्या या केंद्रीय और राज्य के मंत्रियो को कुछ भी बोलने की छूट दे दी गयी हैं सरकार को तत्काल ऐसे बड़बोले मंत्री को बर्खास्त कर देना चाहिए इन मंत्री का विकलांग समाज द्वारा जबरदस्त विरोध किया जायेगा । विकलांग समाज जग चूका हैं तैयार हो जाईये मंत्री जी प्रतिक्रिया के लिए , विकलांग को कमजोर और असहाय समझने के दिन गए श्रीमान अपने सम्मान की रक्षा करने हमे भी आता हैं