भारतीय अर्थ व्यवस्था दिन प्रतिदिन अपने चरम शिखर पर पहुंच रही है लेकिन यदि रोजगार की बात पर गौर किया जाये तोह स्तिथि काफी अलग दिखाई देती है भारत मेट हर युवा का निजी सपना होता है की उसे एक अच्छा कारोबार मिले जेसे वो खुद को संतुष्ट रख सके लेकिन प्रश्न ये है की क्यों देश मे युवा वर्ग एक सही नौकरी का चुनाव नहीं कर पता है? क्यों उसे रोजगार उसका चाहा नहीं मिल पता है? इन सभी प्रश्नो के पीछे ये विडम्बना है की भारत मे रोजगार की कमी कितनी खल रही है,
ओएसड के मुताबिक भारत की अर्थ व्यवस्था के वर्तमान वित वर्ष मे करीब 7% की बड़ोतरी हुई, पर रोजगार मूल्यांकन भारत मे जो का त्यों ही बना हुआ है करीब 15 से लेकर 29 की आयु के 30% लोग भारत मे ऐसे है जो बेरोजगार की संख्या मे आते है।
बेरहाल हर समस्या का हल होता है
यादि भारतीय युवा के पास कोई ऐसा प्लेटफार्म है जिससे की वे रोजगार को बना सके न की रोजगार के पीछे भाग सक। बेरोजगारी का सटीक हल है २१ वी सदी का व्यापार नेटवर्क मार्केटिंग यहाँ तक हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी भारत मे म अल म का स्कोप देश को विकास की और ले जाने का स्तोत्र बताया है। ये कहावत तोह अपने सुनी ही होगी के बून्द बून्द से सागर बनता है।
नेटवर्क मार्केटिंग ही एक ऐसा रास्ता है जहां से बेरोजगारी पर खासा नियंतरण पाया जा सकता है।
‘अगर युवा का मकसद केवल रोजगार पाना होगा तो देश मे नोकर ही पैदा होंगे ‘। ( डॉ एपीजे अब्दुल कलाम )
https://youtu.be/TAqodSqCU6Q∝ ( Click here, is must )