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Justice for Minor Girl Nancy Jha Murder Case

बिहार के मधुबनी जिले में पिछले 25 मई को एक 12 साल की नाबालिग लड़की का अपहरण के बाद हत्या कर दी जाती है। पीड़ित परिवार जब पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंचती है तो पुलिस आरोपी को ढूंढने के बजाए परिवार के ही दो सदस्यों के साथ ज्यादती करने लगती है।

परिवार के सदस्यों के विरोध और ऊपर के अधिकारियों के बीच-बचाव के बाद स्थानीय पुलिस परिवार के लोगों को छोड़ देती है। जबकि, पीड़ित परिवार ने शक के आधार पर जिन दो लोगों के नाम पुलिस को दिए थे। बाद में दिए उन्हीं दो नामों में से एक व्यक्ति नाबालिग लड़की नैंसी का हत्यारा निकलता है।

25 मई को लापता लड़की की लाश 28 मई को सुबह उसी गांव के नदी के किनारे एक खेत में मिलती है। नाबालिग लड़की की लाश जिस स्थिति में बरामद हुई है वह वाकई ही सभ्य समाज में रहने वाले लोगों के लिए रोंगटे खड़े करने वाला है। लड़की के शरीर पर तेजाब डाले गए थे। लड़की के दोनो हाथों के नसें काट दी गई थी. लड़की की गला को भी बड़ी निर्ममता से रेत दिया गया था। तिलयुगा नदी के किनारे जिस हालत में बच्ची का शव मिला है, देखकर आंखें अपने आप ही डर से मिच जाती हैं.

बिहार पुलिस के मुताबिक नैंसी की बुआ की शादी 26 मई को थी। हत्या में गिरफ्तार आरोपी नहीं चाहता था कि नैंसी की बुआ की शादी 26 मई को हो. इसलिए, आरोपी ने नैंसी का अपहरण का प्लान तैयार किया। शादी से ठीक एक दिन पहले हत्या में गिरफ्तार आरोपी नैंसी का अपहरण कर लेता है।

हालांकि, नैंसी की बुआ की शादी तय तारीख पर ही हो जाती है। शादी से परेशान और पहचान उजागर हो जाने के डर से आरोपी ने नैंसी को बड़ी निर्मम तरीके से हत्या कर देता है।

नैंसी झा की हत्या ने देश को हिला कर रख दिया है, वहीं हत्या की खबर और उसकी तस्वीरें जो वीभत्सता की कहानी कहती हैं, सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। वहीं निर्मम तरीके से की गई नैंसी झा नाम की लड़की के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने को लेकर देशभर में प्रदर्शन शुरू हो गए दिल्ली के जंतर-मंतर पर बिहार से ताल्लुक रखने वाले सैकड़ों लोगों ने नैंसी को इंसाफ दिलाने को लेकर प्रदर्शन किया। जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने वाले लोगों ने बिहार सरकार के रवैये पर भी सवाल उठाए हैI

हमारी चिंता राज्य के विभिन्न हिस्सों में बढ़ रहे घटनाए है. आज कोई भी सुरक्षित नहीं है. एक बच्ची से लेकर एक वृद्ध औरत भी आज सुरक्षित नहीं है. हमसब भी कभी जले होंगे. तवे से, रोटी की भाप से, मोमबत्ती से, सिगरेट के लाइटर से. वो एक सेकंड का दर्द याद करिए और उसे हजार गुना कर लीजिए. शायद पूरे शरीर पर तेज़ाब डालने पर हजार गुना लगता होगा. शायद उससे भी ज्यादा. मेरी कल्पना वहां तक जा नहीं पाती.

12 साल की नैंसी झा को तेज़ाब से जलाया गया. लेकिन उसके पहले उसका गला रेता गया, कलाइयों की नस काटी गई. उस बच्ची पर क्या बीती, मेरी कल्पना के परे है. उसके मां-बाप इस वक़्त किस हाल में हैं, ये सोचना नामुमकिन है. मुझे मां की शक्ल याद आती है जिसका कलेजा मेरे शरीर पर एक खरोंच लगने भर से मुंह को आ जाता था. इस बच्ची की तस्वीर देखकर रीढ़ की हड्डी में सिहरन होती है. लगता है कलेजे के बीचोंबीच किसी नरभक्षी ने अपने दांत गड़ा दिए हैं.ये कल्पना मात्र है. उस बच्ची के ऊपर असल नरभक्षी चढ़े हुए थे. गोश्त के जैसे उसका सेवन किया है.

मैंने ऊपर बिहार राज्य महिला आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग, पटना हाई कोर्ट, मुख्य-न्यायधीश, अध्यक्षा बिहार राज्य महिला आयोग समेत तमाम लोगों   को टैग

किया है. इनलोगों को टैग करने का मकसद ये है कि इनलोगों को जनता कि आवाज पहुंचे और इनलोगों को भी एहसास हो कि हम कितने असुरक्षित महसूस करते है वो भी अपने ही राज्य और सडको पर. हमारी मांग राष्ट्रीय महिला आयोग एवं समस्त उन विभागों से है जिनके ऊपर हमारे घर के मां और बेटियों के सुरक्षा का जिम्मा है.

राष्ट्रीय महिला आयोग से अनुरोध है कि वो बिहार महिला आयोग के सहयोग से इस मामले में अपनी पूरी तत्परता दिखाए. परिवार के लोगो को सुरक्षा भी मुहैया करायी जाये.

हमारी दूसरी मांग ये है कि उन दरिंदो को मौत की सजा दी जाये. कानून के हिसाब से ‘रेयरेस्ट ऑफ द रेयर’ मामले में फांसी देने का प्रावधान है. इस केस को भी ‘रेयरेस्ट ऑफ द रेयर’ समझा जाना चाहिए और समाज और कानून के हित में दरिंदो को फ़ासी कि सजा देनी चाहिए.

धारा  357-A, Cr.P.C. के तहत इस मामले में परिवारवालों को  VICTIM COMPENSATION SCHEME का लाभ मिलना चाहिए और नुकसान भरपाई की एक छोटी सी कोशिश कि जानी चाहिए.

फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में रोजाना सुनवाई होनी चाहिए और इस मामले को जल्द से जल्द निपटाना चाहिए और दोषियों को फांसी से कम कोई सज़ा नहीं देनी चाहिए.

नैंसी को इन्साफ दिलाने के लिए एक मुहिम ऑनलाइन चलायी गयी है. एक ऑनलाइन याचिका राष्ट्रीय महिला आयोग एवं राज्य महिला आयोग जैसी संस्थाओ को दी जा रही है. आप भी हिस्सेदार बने इस मुहिम के और इन्साफ दिलाने में हमारी मदद करे.

https://www.change.org/p/national-commission-for-women-justice-for-minor-girl-nancy-jha-murder-case

ऊपर दिए हुए लिंक पर क्लिक करे और याचिका पर अपना नाम, ईमेल आईडी  और अपना कमेंट दे कर अपनी रोष प्रकट करें.

धन्यवाद.

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