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SACCHI KHATNAA PAR AADHARIT

⚠ दोस्त कहते है अभी तो शुरू कीया है , समय दो धीरे धीरे सब अच्छा होगा , लोग देंगे साथ.⚠

⛔हां यह कहानी है मेरे #KADWAASACH की शुरुवात की , बहुत मुशकिल था और सच बताऊ तो अभी भी बहुत है , किसी पढ़ने वाले को खुश करना .किसी को एक ऐसा लेख पढने के लिये देना ज़िस्से वो FACEBOOK LIKE करे या SHARE करे .
या किसी मुद्दे पर comment करे .ज़िस अकले मुद्दे पर मुझे comment मिलना निश्चित है वो है या तो किसी PARTY विशेश के बारे में या हमारी DEFENCE forces के बारे में लिखना .
लिख कर देखियेगा ,शायद लोगो के comments की गुस्से की गार्मी से ड़र् कर लिखा हुआ post हटा दे. और आगे ज़िन्दगी में कभी ना लिखने की कसम खा लें .ड़र्र होता ही कुछ एसा भाव है ,और अक्सर लिखने वाले के इसी ड़र्र और पढने वाले के इसी गुस्से की मदद से कुछ असमाजिक तत्व अपने राजनीतिक फायदे पूरे कर लिये,कर लेते हैं और हमे लगता है हमने अपने देश के लिए कुछ अच्छा काम कीया है .

☣☣☣☣☣अक्सर मेरी आँखे भी वैसा ही कुछ ढूंडती हैं , ज़िसे मुझे लिखने में उत्ना सुकून मिले ज़ितना पढने वाले को , पर नहीं मिलता या बहुत कम मिलता है .☣☣☣☣☣

☢☢☢☢☢☢पर फिर अक्सर लोगो में एक अलग सोच दिखाई देती हैं ,एक चुन्ने की अलग प्रकरिया. जैसे ………..
अगर लोग बहुत उत्सुक्ता से 50 लोगो की भीड द्वारा एक truck में जाती हुई गाय की जान बचाने की खबर पढते हैं ,तो उत्नी ही लापरवाही से किसी छोटे से (not popular) गाओं की 9-10साल की बच्ची के साथ दुशकर्म की खबर को –“यह तो रोज का है” बोल के आगे बढ़ जाते हैं .☢☢☢☢☢

अपने Page #KADWAASACH में मैंने जो पाया वो यह की ,लोगो को 1Photo में 4 line लिखी हुई TROLLING बहुत पसंद आती हैं , पर कुछ बड़े लेख ऊंको बिलकुल खोल के पढने से परहेज क्रते है. और दुसरी बात जो मुझे लगा , की लोगो की राष्ट्र-भक्ती जल्दी और सबसे पहले जागती है , पर मानवता को जगाने के लिये DELHI य़ा Mumbai में या UP में किसी मासूम महिला को Rape का शिकार होना पड़ता है , और सिर्फ इतना नहीं उसके परिवार वालो को India Gate पर धरना शुरू करना होता है , तब जा के हमारे देश के लोगो की मानवता जागती है . और वो पैसा कमाने की इस ROBOTIC होड से हटकर इंसान बनते हैं .
कई बार जो मैंने देखा है वो है ,झूठी मानवता , ऐसी जो एक समुदाय विशेश के लोगो की सोच का नतीजा होती है ,और ज़िस्का नतीजा किसी जगह 100 हथियारबंद लोगो की भीड इक्कठा होना है ,और कई / किसी भी एक बेकसूर की मौत पर जा कर खतम होता है .और लोगो को ऐसी खबर में यह समझने में भी अक्सर दिक्कत होती है की ……
➡मारने वालो के पास सही वजह थी ??
➡क्या ऊंहोने जो किया सही किया , और इस बात को समझने से बेहतर वो आगे बढना ठीक समझते हैं .
यही वजह मुझ अक्सर लगी की ,मेरे ऐसे मुद्धो पर लिखने पर बहुत कम , FEEDBACK मिला .
कई ऐसे मुद्दे है ज़िंकी HEADING देखते ही ,लोग आगे बढ़ जाते है .
क्युकी लोगो को सिर्फ अच्ची खबर और राष्ट्र भक्ती वाली खबरो में ज्यादा interest है ज़िस्की बदौलत आज कुछ को छोड कर सारे NEWS Channels आपकी बाहवनाओ के सहारे अपनी TRP बढाते हैं .और आपको देश के सबसे जटिल मुद्धो से बेहकाते हैं .
NEWS Channels आज इस CONTROL की Postion में आगये है की किसी भी पल आपकी नजरो में किसी को Hero और किसी को VILLAN बनाने की ताकत रखते हैं .और आपको लगता है की वो आपकी सोच है पर असल में वो media house की सोच की उपज है . ये आपके Tv से निकल कर ,आपकी ज़िन्दगी घुमा रहे हैं , आपके पास यह ab options नहीं लाते ,यह लाते हैं एक pre-taken descision ,जो ab MEDIA Room में पहले से decide hota हैं . ⛔

?I AM NOT AT ALL SAYING THAT STOP TRUSTING THE MEDIA, I JUST HAVE TO SAY THAT , STOP IGNORING THE BAD ,TRUE ,NEWS, and channels.?

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