आपका भाषण सदैव ही आकर्षित करता रहा है. यह कोई नई बात नहीं है. लेकिन लाल किला पर जब ‘न्यू इंडिया’ का बात किये तो कुछ नया सा लगा. जीएसटी, भ्रष्टाचार, पिछली सरकार की विफलता और अबकी बार की उपलब्धियों को गिनाते-गिनाते न्यू इंडिया पर बहुत कुछ बोल नहीं पाए. शायद यह भी हो सकता है कि मैं आपके ‘मन की बात’ समझ नहीं पाया. इसलिए जिज्ञासु मन जानना चाहता है कि ‘न्यू इंडिया’ क्या है? कैसा होगा हमारा न्यू इंडिया?
आपकी तरह मेरा मन भी पुराने इंडिया से उब चुका है. पुराने इंडिया में तो भ्रष्टाचार, दंगा-फसाद, बलात्कार, मारपीट, बेरोजगारी, चोरी, हत्या ने मन को भयभीत कर रखा है. सच पूछिए तो मन नहीं करता है पुराने, खून से लथपथ भारत में रहने को. मुझे लगता है कि शायद इन्हीं कारणों से आप ‘न्यू इंडिया’ बनाने पर विचार कर रहे हैं.
प्रिय देशवासियों का आप बहुत ख्याल रखते हैं. देशवासी भी आपको बहुत प्यार करते हैं तभी तो आपको पूर्ण बहुमत देकर प्रधानमंत्री चुने. मुझे लगता है कि न्यू इंडिया में गौ सुरक्षा, धर्म-जाति के नाम पर भी मारा काटी नहीं होगी. ‘न्यू इंडिया’ में दवा या आॅक्सीजन की कमी के कारण कोई मासूम/गरीब नहीं मरेगा. हम गरीबों को जनरल बोगी के टाॅयलेट में सफर नहीं करना पड़ेगा. पुराने भारत में 18 साल के बाद वोट देने का अधिकार मिल गया है लेकिन ‘न्यू इंडिया’ में यदि काॅलेज खत्म होते ही नौकरी मिल जाती तो कितना मस्त होता. और पुराने इंडिया में बहुत किसान आत्महत्या कर रहे हैं. ‘न्यू इंडिया’ में ऐसा नहीं होगा ना!