Site icon Youth Ki Awaaz

ट्विटर पर रवीश का पक्ष लिया तो मुझे लोगों से मिलें रेप थ्रेट्स

एडिटर्स नोट- ये लेखक का निजी अनुभव है जिसे हमने अपने स्तर पर वेरिफाय करने का पूरा प्रयास किया है।  लेखिका ने ट्वीट और उसके रिप्लाई के कुछ स्क्रीनशॉट भेजें जो लेख के साथ लगाया गया है।


यूं तो हमारे देश में अभिव्यक्ति की पूरी आज़ादी है लेकिन कभी-कभी यही आज़ादी आपको जकड़ लेती है। एक ऐसे जंजाल में, जहां आप खुद को ठगा हुआ सा महसूस करते हैं।

वो ट्वीट जिसपर शालू ने जवाब दिया था

मधुर भंडारकर द्वारा बनाई जा रही इंदु सरकार के लिए उनपर कालिख पुतवाने वाले इसे अभिव्यक्ति की आज़ादी समझते हैं तो कोई रवीश का पक्ष रखने पर एक लड़की को रात में हवेली आने का ऑफर दे देते हैं।

गुरुवार का दिन…बाकी दिनों की तरह आज की भी दोपहर ऑफिस में ही बीत रही थी। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती हूँ। ट्विटर पर नज़र पड़ी, तो देखा रवीश (जिन्हें अक्सर भक्त रेबीज़ भी कहते हैं) की फोटो पर कालिख पुती थी। बस पत्रकार होने के नाते गुस्सा आया तो रिप्लाय कर दिया कि कालिख उनके नहीं, ऐसे लोगों पर पुतनी चाहिए जो इस तरह की राय रखते हैं, बस फिर क्या, बन गयी मैं गद्दार, पाकिस्तानी एजेंट और न जाने क्या-क्या।

किसी ने अफजल प्रेमी गैंग का हिस्सा बनाया तो किसी ने कहा कि लगता है केजरीवाल ने इनका राशन कार्ड बनवा दिया है, जिससे रवीश जब चाहे(अक्सर रातों में) डेबिट कर सकते हैं। खून तो बहुत खौला लेकिन शांत रही। बात यहीं नहीं रुकी।

मुझे हवेली पर आने का न्यौता तक मिल गया। मेरी गर्मी शांत करने के लिए भी कुछ भक्तों ने मर्दानगी दिखानी शुरू कर दी। किसी ने तो ये तक पूछ लिया, ‘तू लड़की ही है न।’ अब अपनी बात रखने के लिए क्या मुझे लड़का होना पड़ेगा?

ये पूछने वाली एक लड़की ही थी। तब और हैरान हुई। जब एक साथ कई लड़कों की गालियां और ऐसे ऑफर्स आ रहे थे तब लग रहा था कि शायद इसमें लड़की तो मेरा पक्ष लेगी। पर ये भ्रम भी तब टूट गया, जब लड़की ने भी मुझे मेरी औकात दिखाई।

 

हंसी तो तब आई जब बॉबी देवल और परेश रावल की फोटो लगाकर लाखों फॉलोवर्स जुटाने वाले लोगों ने मुझे इस तरह की भद्दी गालियां दी और पाकिस्तानी बता दिया। इसमें ‘हिन्दू भक्त’, ‘देश की सेना’, ‘सच्चे भक्त’, ‘भारत माता की जय’ जैसे टाइटल वाले लोग ज्यादा थे। ऐसी गालियां सुनकर जान गई कि भैया, असली भक्त तुम्हीं लोग हो…वाह रे भक्तों!

खैर ये तो जान गई कि यहां पक्ष रखा तो आपको गद्दार, पाकिस्तानी एजेंट और हवेली पर आने के ऑफर मिलने लग जाएंगे। कोई आपको अफज़ल से शादी करने की सलाह देगा तो कोई केजरीवाल की रखैल बताएगा। पुरुष पत्रकारों को दलाल और महिला पत्रकारों की जगह दिग्विजय सिंह के बिस्तर पर बताई जएगी।

शालू के ट्वीट पर तरह-तरह के नाम से आने वाले रिप्लाय
Exit mobile version