बाप/राजस्थान. महिलाओं की सुरक्षा और विकास के लिए सरकारें तरह-तरह की योजनायें बना रही है. मगर वहीं दूसरी तरफ पूरे देश में देखा जा सकता है कि महिलाओं की स्थितियां वास्तव में क्या है ? सरकारी योजनायें कागजों में कुचली जाती है तो महिलाएं भी आधी आबादी में अपना वजूद बनाये रखने के लिए लड़ रही है. चाहे मामला बनारस का हो या राजस्थान का हो. इन दिनों राजस्थान के जोधपुर जिले के एक छोटे से कस्बे बाप का एक विडियो सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा चर्चा में है. चर्चा में इस लिए है कि देशभर में शांत वातावरण के लिए मशहूर राजस्थान के कस्बों में महिलाओं के साथ ऐसा बद्सलूक किया जा रहा है कि एक साधारण आदमी की रूह काँप जाए.
क्या है इस विडियो में जो आदमी को विचलित कर सकता है?
तारीख थी 12 सितम्बर 2017 और वार था मंगलवार. बाप थाना क्षेत्र के कालू खां की ढाणी (नूरे का भूर्ज) की घटना है. दो युवक एक ढाणी में आते है और आते ही वहां मौजूद एक अधेड़ उम्र की विवाहित औरत और एक नाबालिग लड़की के साथ कुछ बात चीत करते है. विडियो की शुरूआती बातचीत को सुनने से साफ़ हो जाता है कि मामला शादी-विवाह को लेकर है. थोड़ी देर की सामान्य बातचीत के बाद वो दोनों युवक (इलियास पुत्र अल्लादीन और शौकत पुत्र नूरदीन निवासी कालू खां की ढाणी) उन दोनों महिलाओं के साथ मारपीट शुरू कर देते है.
इसके बाद वे लोग डंडों से उस अधेड़ उम्र वाली औरत के साथ मारपीट करते है और उसकी नाबालिग लड़की को ट्रेक्टर पर बिठाकर ले जाते है.इसी घटना के दौरान कोई शख्श वहां का विडियो बना लेता है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
कुछ समय बाद पुलिस कार्यवाई के दौरान इलियास और शौकत को गिरफ्तार करके बाप थाना ले आया जाता है और उनके ट्रेक्टर को भी जब्त कर लिया जाता है.
आप यह विडियो इस लिंक से देख सकते है. जो नीचे दिया गया है.
https://www.youtube.com/watch?v=XCWKmnbkG0A
कई सवाल उठाता है ये विडियो
इस विडियो को देखने से साफ़ है कि महिलाएं चाहे किसी बड़े शहर की हो या किसी गाँव-कस्बे की हो वो कहीं भी पूर्णतः सुरक्षित नहीं है. आदमी के भीतर की संवेदनाएं सूखकर कहाँ दफ़न हो गयी है? वो हैवान क्यों बनता जा रहा है? लोग भीतर से इतने क्यों और कैसे सड़ जाते है ? कौन है इसका जिम्मेवार ?