अपने ही बनाए नियमों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं सरकारी विभाग …..
17 सितंबर को मुख्यमंत्री रघुवर दास और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसके लिए पिछले 25 दिनों से उलीहातु में युद्धस्तर पर सभी नियमों को ताक पर रखकर भवन निर्माण विभाग,कल्याण विभाग एवं पर्यटन विभाग के द्वारा बिना निविदा प्रकाशित किए करोड़ों रुपए का किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि विभागों के द्वारा कराया जा रहा कार्य सिर्फ अमित शाह एवं रघुवर दास को दिखाने के लिए किया जा रहा है। उलीहातु के जमीनी विकास के लिए या वहां के ग्रामीणों के जीवन स्तर को बेहतर करने की कोशिशें नहीं की जा रही है। क्योंकि इसके पूर्व भी केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम रघुवर दास समेत कई सीएम यहां आए और उलीहातु के विकास और उसे आदर्श ग्राम बनाने की लंबी -चौड़ी घोषणाएं की थी लेकिन वह अब तक हवा-हवाई ही साबित हुए। वहीं इस बार हो रहे अधिकांश कार्य भी महज़ बाहरी साज-सज्जा से ही संबंधित है ऐसे में विभागों की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं—
1. कि अफरातफरी में कराए जा रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता कितनी अच्छी होगी
2. कि जब बिना तय नियमों और प्रकियाओं को अपनाए बिना कार्य हो सकता है तो फिर अन्य कार्यों के लिए निविदा प्रकाशन की कार्रवाई की जरूरत क्यों ? 3… बिना नियम कानूनों के हो रहे कार्यों का जायजा लेने जैसे मुख्य सचिव से लेकर ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा दौरा कर रहे हैं तो क्या वह सरकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा नहीं दे रहे