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Child abuse…break your silence

डेढ़ साल पहले अपनी बहन के यह एक function में गयी थी।मेरा बेटा उस समय 51/2 साल का था।हुम् सब अपने अपने कामों में व्यस्त थे कि तभी मेरी फ्रेंड जो कि मेरे साथ गयी थी उसकी नज़र कमरे के बन्द दरवाजे पर गयी जिस कमरे में मेरा बेटा व मेरी एक रिश्तेदार का बेटा जो कि 4 1/2 साल का था। मेरा बेटा लेटा हुआ था और दूसरा बच्चा उसकी पैंट नीचे कर के उसके पैरों पर बैठा था। मेरी दोस्त ने मुझे बताया कि देखो दोनो कुछ कर रहे है मैने दरवाजा खोला तो दूसरा बच्चा खड़ा हो गया।उस वक़्त बहुत तेज़ गुस्सा आया तो अपने ही बच्चे पर हाथ उठा दिया क्योंकि वो ही बड़ा था दोनो में ,फिर उन दोनों से पूछा कि क्या कर रहे थे मेरे बेटे ने बताया कि इसने बोला था ये सब करने को की पैंट नीचे करो फिर एक गेम बताता हूं। फिर उस बच्चे से पूछा कि उसने किसको देखा ये करते हुए तो उसने अपने ही दो cousins का नाम बताया जो कि उससे 10-12 साल बड़े थे ।उसने बताया कि वो दोनों हर दिन उसके साथ ये गेम खेलते है।फिर उसके parants से बात की उनको बोला की ख्याल रखा करो कहाँ जाता तुम्हारा बच्चा किसके साथ खेलता  अभी बहुत छोटा है अगर अभी से ये सब सिखाया गया इसको तो क्या होगा इसका future।बिना मेरी बात समझे उन लोगो ने बोला कि एक बड़ी family में रहने का मतलब आप नही समझ सकती।परिवार टूट जाएगा अगर हमने ये बात किसी को बताई तो।कितना उनकों समझाया की आराम से बड़ो से बात करना की कैसे उन बच्चों को समझाया जा सकता है।आज ये है कल को तुम्हारी बेटी भी बड़ी होगी क्या guarantee है कि उसके साथ कुछ न होगा।

“अगर बाल यौन शोषण रोकना है तो उसके लिए जरूरी है कि परिवार में हम बड़ो और बच्चों के बीच बैठकर healthy discussion कर सके।उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है अच्छी शिक्षा और एक खुला वातावरण”

बच्चों को भी सीखाना होगा कि अगर कोई कह रहा कि “ये बात घर पर मत बताना किसी को” मतलब कुछ गलत है जो कि तुरंत से माँ बाप को बतानी चाहिए।बच्चों के मन मे ये विश्वास बिठाना जरूरी है कि हालात चाहे जो भी हो माँ बाप हमेशा उसका साथ देगे उनके सबसे अच्छे दोस्त वही है इसलिए बाहर जो भी हो घर आकर वो बात जरूर बतानी है।मुझे नहीं पता उसके बाद उन लोगो ने कितना ख्याल रखा अपने बच्चे का कभी पूछा भी तो एक ही जवाब मिला कि हम हर वक़्त तो बच्चों के पीछे तो नही घूम सकते….

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