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युवा, YouTube और यौवन: सामाजिक बदलाव का परफेक्ट कॉम्बिनेशन

कुछ साल पहले की बात है जब देश में 4G का जन्म नहीं हुआ था, उस समय 3G की कॉस्ट भी आम युवाओं के बजट से बाहर थी। हम तो महीने में मुश्किल से 1 या 2GB का ही 3G डाटा अफोर्ड कर सकते थे। उसमें से भी ज़्यादातर डाटा फेसबुक और व्हाट्सएप्प में ही जाता था।उस समय हम YouTube को बस माइकल जैक्सन का डांस और फिल्मों के ट्रेलर देखने के लिए ही यूज़ करते थे। मनोरंजन का मुख्य साधन टेलीविजन या डीवीडी ही था।

जब देश में 4G लॉंच हुआ तो युवाओं का जीवन एकदम से बदल गया। YouTube से असली दोस्ती-यारी उसके बाद ही शुरू हुई। पता चला कि मनोरंजन का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म तो YouTube ही है।

‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ देखने के साथ शुरू हुआ मेरा YouTube का सफर आज खुद के YouTube चैनल की प्लानिंग तक आ पहुंचा है। असर ऐसा है कि टेलीविजन का महत्व अब सिर्फ रेस्तरां में बैठे-बैठे सामने की दीवार पर लगे टी.वी. पर सरसरी निगाह डाल लेने या घर जाने पर परिवार के साथ बैठकर एक अच्छे बच्चे की तरह 5-10 मिनट टीवी देख लेने भर तक रह गया है। आलम यह है कि आज दिन का एक बड़ा हिस्सा YouTube पर बीतता है।

YouTube ने हाल के सालों में युवाओं को सबसे ज़्यादा प्रभावित किया है। दरअसल युवाओं को युवा बनाने में इसकी भूमिका अत्यंत अहम हो गई है। लेकिन युवाओं को इस अलग संसार से परिचय कराने का श्रेय भी युवाओं को ही जाता है।

आज YouTube पर विभिन्न तरह के चैनल मौजूद हैं और उनमें से दर्जनों चैनलों ने अपने कंटेंट से युवाओं के मन में गहरे से बैठ चुकी भ्रांतियों और अवधारणाओं को पूरी तरह से बदल दिया है। ऐसे मुद्दे जिन पर युवा रियल वर्ल्ड में बात तक करने से कतराते थे, YouTube पर उन मुद्दों को खुले तौर पर प्रस्तुत किया जा रहा है। रिलेशनशिप, सेक्स सहित कई चीज़ों से जुड़े टैबूज़ को लेकर यहां खुलकर बातें की जा रही हैं।

हमारे देश के शहरी क्षेत्र पिछले कुछ दशकों में बुरी तरह से पश्चिमी सभ्यता के प्रभाव में आ चुके हैं, ज़ाहिर तौर पर इसमें भी बड़ी तादाद युवाओं की ही है। आज युवा अंग्रेज़ी के कई ऐसे शब्दों का निजी जीवन में धड़ल्ले से प्रयोग करते हैं, जिन्हें हिंदी में गाली माना जाता है। दोस्तों के बीच होने वाली बातचीत हिंदी से दूर काफी हद तक अंग्रेज़ी की तरफ मुड़ चुकी है। युवाओं को इंग्लिश की इस सो कॉल्ड आधुनिकता से हिंदी की मानसिकता की और लाने में भी YouTube का योगदान अत्यंत सराहनीय है।

हमारे समाज में सेक्स आज भी सबसे बड़ा टैबू है, इस पर खुले में बात करना सामाजिक अपराध की तरह है। हमारा समाज सेक्स पर खुले में चर्चा की इजाज़त नहीं देता, ऐसे में YouTube की भूमिका युवाओं के लिए एक गाइड की तरह हो गई है। YouTube आज युवाओं के यौवन का सबसे बड़ा साथी बनकर उभरा है। हालांकि इस मामले में जो काम YouTube कर रहा वो परिवार के सदस्यों को करना चाहिए।

रोज़गार देने के मामले में भी YouTube की भूमिका बहुत अहम है। जिस तरह से अलग-अलग टैलेंट को निखारने का अवसर YouTube ने दिया है, मुझे लगता है कि संसार के किसी अन्य प्लेटफॉर्म ने नहीं दिया। अगर YouTube नहीं होता तो क्या भारत के एक छोटे शहर में बैठा युवा अपने टैलेंट के दम पर स्टार बन पाता? आज ऐसे युवाओं की संख्या हज़ारों में है जो YouTube के माध्यम से अपने हुनर को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं और उनसे प्रेरणा लेकर अन्य कई युवा अपने अंदर के हुनर को तराश रहे हैं।

यह YouTube ही है जिसने किसी राज्य के लोकगीत को देश के अन्य राज्यों के युवाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया है। यह YouTube ही है जिसके कारण अलग-अलग इलाकों और संस्कृतियों से ताल्लुक रखने वाले युवा बड़ी तादाद में एकसाथ काम कर रहे हैं। क्षेत्रीय भाषा को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने में भी YouTube का योगदान गज़ब का है। यहां पर एक बात का उल्लेख अत्यंत ज़रूरी है कि यह YouTube ही है जिसने हमारी लड़कियों को इतना सामर्थ्य दिया कि वो हर मुद्ददे पर अपनी बात बेबाकी के साथ दुनिया के सामने रख रही हैं। YouTube ने युवाओं के लिए मनोरंजन की सीमाएं तोड़ने का कार्य किया है, ऐसी सीमाएं जिसने हमारे युवाओं को कुंठा की जंजीरों में बुरी तरह से जकड़ रखा था।

पिछले साल सितंबर में इकनॉमिक टाइम्स में एक रिपोर्ट आई जिसमे YouTube के एंटरटेनमेंट हेड सत्या राघवन ने बताया, “हिंदी, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ जैसी भाषाओं के वीडियो खूब पॉपुलर हो रहे हैं। साथ ही हरियाणवी, मराठी, बंगाली, मैथिली सहित दूसरी भाषाओं में भी बड़ी ग्रोथ देखी जा रही है।”

अपनी पहचान में ही मैं एक दर्जन के ज़्यादा ऐसे युवाओं को जानता हूं जो YouTube पर क्षेत्रीय भाषाओं में काम कर रहे हैं और अच्छी कमाई भी कर रहे हैं।

YouTube ने युवा प्रतिभा को विस्तार दिया है, युवाओं को उड़ान को हौसला दिया है। आज हज़ारों युवा YouTube के सहारे अपने सपने को हकीकत में बदलने की कोशिश में जुटे हुए हैं। YouTube युवाओं को उनके यौवन के दिनों में भटकने से रोकने में अपना योगदान दे रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि इस नए साल में युवा सामाजिक सीमाओं को तोड़कर एक खुले विचार वाले समाज के निर्माण में अपनी भूमिका बखूबी अदा करेंगे।

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