कुछ लोगों को कटटरपंथी समर्थक पसन्द है आलोचक , जब सिर पर बडो का साया न हो तो चन्दा करके काम करा जाता है लेकिन जब सिर पर बडे का साया है तो फिर चन्दा करके काम क्यो..? पहले हम चन्दा करके समस्या का समाधान करा लेते थे परन्तु तीन साल पहले हम ने एक अच्छे इंसान को क्षेत्र का भाग्य विधाता बनाया। क्या हौजरानी जहाँपनाह कालोनी अनाथ है जिस की सुनवाई नहीं हो रही, सिर्फ आष्वासन मिल रहे हैं काष कालोनी अनाथ होती कम से कम हमें उमीद तो नहीं होती कि हमारे लिए कोई आगे आएगा, हम चन्दा करके ही काम करा लेते।