एक फैशन बन गया है ये कहना कि सत्ता विरोधी मीडिया का काम है अरे सत्ता विरोधी तो ये कोई तानाशाही या अंग्रेजी हुकूमत थोड़ी चल रही है इसी देश की जनता ने बहुमत देकर एक सरकार को चुना है तो हम उस सत्ता के विरोधी हुए तो हम जन विरोधी हुए मेरा ये मानना है जो सत्ता द्वारा गलतियां होती है या कमियां होती है उसे जरूर उजागर करे लेकिन ये तय करना कि हमे सत्ता विरोधी होना है तब मीडिया जन पक्ष में नही काम करती मीडिया का एक निजी स्वार्थ के तहत मीडिया काम करे इसलिए मैं समझता हूं कि सत्ता विरोधी होना सही नही है ना हमे सत्ता पक्ष में होना है ना हमे सत्ता विरोधी में होना है अगर जनता के हित मे सरकार काम कर रही है सरकार को समर्थन करना और जनता के अहित में कोई काम हो रहा है तो उन समस्याओं को और जनता के अपेक्षाओं को जन जन तक पहुचाना और सरकार को चेताना ये दिनों काम मीडिया का है
गौरव सिंह