उत्तर प्रदेश में हुई इन्वेस्टर्स समिट ने उत्तर प्रदेश के लिए विकास की नयी रहें खोल दी हैं।
एक हज़ार से भी ज्यादा एमओयू पर दस्तखत होना इस बात का प्रमाण है कि उद्योग जगत का विश्वास उत्तर प्रदेश सरकार पर बढ़ रहा है। और यह समिट औपचारिक नही है इसका आश्वासन स्वयं प्रधानमन्त्री की मौज़ूदगी दे रही थी।
केंद्र व राज्य सरकार दोनों ही प्रदेश में रोज़गार और उद्योग की संभावनाओं को लेकर गंभीर है। और गंभीर होना भी चाहिए क्योंकि देश की तक़रीबन 17 फीसदी आबादी उत्तर प्रदेश में ही रहती है।
उत्तर प्रदेश की उत्पादक क्षमता और संभावनाओं को देखकर ही देश-विदेश के उद्योगपतियों का ध्यान प्रदेश की ओर आकर्षित हुआ है।
अब देखना ये है कि ये संभावनाएं उत्तर प्रदेश के भविष्य को कैसे निखारती है।