नई दिल्ली का मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र दक्षिणी दिल्ली का एक ऐसा क्षेत्र है, जिसे बंटवारे के बाद, केन्द्र सरकार ने बसाया था। पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए लोगों को यहां सरकारी प्लॉट दिए गए थे, जिसमें उस समय भले ही दो मंजिले मकान रहे हों, लेकिन आज वो कई मंजिले हो गए हैं।
मालवीय नगर की कुछ पाॅश कॉलोनियों को छोड़ दें तो अनेक बस्तियां और कॉलोनियां आज सरकारी उपेक्षा और अव्यवस्था की शिकार हैं और जन सुविधाओं से वंचित हैं।
अगर इस क्षेत्र की नवजीवन विहार, सर्वोदय एन्क्लेव, पंश्चशील विहार, शिवालिक, साधना एंक्लेव और सर्वप्रिय विहार जैसी पाॅश कॉलोनियों को छोड़ दें तो बेगमपुर, कालू सराय, हौज़रानी, जहांपनाह, खिड़की एक्सटेंशन, खिड़की विलेज, जगदम्बा कैम्प, गुप्ता कॉलोनी और कोट कुम्हार बस्ती जैसी अनेक कॉलोनियां हैं जहां पानी, सीवर, शिक्षा, यातायात, सड़क, अस्पताल और राशन जैसी दर्जनों समस्याएं लोगों के जीवन को कष्टदाई बनाए हुए हैं।
यहां के पार्कों की दशा बहुत खराब है, वर्षा के समय में जलभराव और कीचड़ की समस्या तो गर्मियों में पीने के पानी का संकट बहुत आम है। जल बोर्ड की पानी आपूर्ती की व्यवस्था ऊंट के मुंह में जीरा के समान ही साबित हुई है। यहां के सभी लोग एकदम स्पष्ट कहते हैं कि सरकार कोई भी हो यहां की दशा खराब ही रही है। हालांकि मालवीय नगर क्षेत्र में करोड़ों खर्च करने का दावा और विकास कार्य होने की बात आम जनता को हर चुनाव से पहले सुनने को मिलती रही है।
मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र सालों से कांग्रेस सरकार के मंत्रियों का क्षेत्र रहा है। किसी वक्त डॉ. योगानन्द शास्त्री और प्रोफेसर किरण वालिया के गढ़ रहे इस क्षेत्र के विधायक, अब आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सोमनाथ भारती हैं। क्षेत्र की खासियत है कि यहां उतने समाज सेवक हैं नहीं, जितने चुनाव के समय नज़र आते हैं। इनकी बदौलत ही आज बेगमपुर, कालू सराय, हौज़रानी और जहांपनाह जैसे इलाके बदहाली और मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं।
इसके लिए गली के वह नेता ही दोषी हैं जो समारोह में झूठे वादे करके जनता को अपने साथ तो ले तो जाते हैं लेकिन निर्वाचित नेताओं के सामने समस्याएं उठाना ज़रूरी नहीं समझते।
ऐसा नहीं है कि यहां कोई बड़ा नेता न आता हो, कांग्रेस की शीला दीक्षित, अजय माकन, डॉ. योगानन्द शास्त्री, प्रो. किरण वालिया, जितेन्द्र कुमार कोचर ‘जीतू’, बीजेपी से आरती मेहरा, शाहनवाज हसैन, विजय कुमार मल्होत्रा और आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, सोमनाथ भारती और डॉ. कुमार विश्वास सहित अनेक नेता इस क्षेत्र में आ चुके हैं। लेकिन फिर भी मालवीय नगर के इन इलाकों में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है।
कुछ लोगों का कहना है कि छुटभैय्ये नेताओं के कारण ही यहां की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। उनका मानना है कि इस क्षेत्र का राजनीतिक शोषण हुआ है। लोगों की माने तो कांग्रेस, बीजेपी और आप, सब एक जैसे ही हैं। जो कुछ भी करना है, आम जनता को ही करना होगा। पीने के साफ पानी की समस्या के समाधान के लिए मजबूरी में यहां के लोगों को पानी खरीदना पड़ता है।
अब यह देखने वाली बात है कि क्या इस क्षेत्र की यह समस्याएं हल हो पाएंगी? या फिर इसी तरह आम जनता का, उन्हीं के द्वारा चुने गए सांसद, विधायक व पार्षद द्वारा राजनीतिक शोषण जारी रहेगा। मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र की इन समस्याओं के हल होने का, हर खास और आम को इंतज़ार है।
आज मालवीय नगर विधानसभा की हकीकत यह है कि आम आदमी पार्टी के विधायक सेामनाथ भारती 24 घंटे जनता की सेवा में हैं, हर दिन किसी न किसी इलाके में वो मीटिंग करते नज़र आते हैं। वो क्षेत्र में विकास कार्य तो कराना चाहते हैं मगर उनके संपर्क में कुछ ऐसे लोग हैं जो उन्हें गुमराह करने में कमी नहीं करते।
यह लोग नहीं चाहते कि वह इन समस्याओं को सुलझा सकें, क्यूंकि ये वही लोग हैं जो कांग्रेस व भाजपा के कट्टर समर्थक रहे हैं और अब भारती जी के संपर्क में रहकर गंदी राजनीति कर रहे हैं।
मालवीय नगर के लोग इन्हें अपनी समस्याएं बताते तो हैं, लेकिन ये लोग निर्वाचित प्रतिनिधि तक सही जानकरी नहीं पहुंचने देते, जिससे समस्या का समाधान नहीं हो पाता। समय रहते अगर विधायक सोमनाथ भारती ने इन लोगों से पीछा नहीं छुड़ाया तो उनकी हालत भी कांग्रेस व भाजपा नेताओं की तरह ही हो जाएगी।