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गाय की रक्षा कीजिये राजनीति नही

रक्षा कीजिये राजनीति नही

देश में गौ रक्षा होनी चाहिए गौ ही क्यों हर तरह के जानवरों के अस्त्तित्व की रक्षा होनी चाहिए पर गाय के नाम पर जिस तरह सियासत की जाती हैं और एक वर्ग विशेष को आहत करने का  अपमानित  करने  का  यहाँ  तक की जान से मार देने का काम किया जा रहा हैं  वो सर्वथा निंदनीय हैं गौ रक्षा के नाम सरासर गुण्डागर्दी  की जाती हैं हर लंबी दाढ़ी और टोपी वाले को जिसके पास गाय हैं उसे कसाई मान लिया जाता हैं,दोषी अपराधी मान लिया जाता है क्यों क्या हम सब दोषी नही है  दुनिया में 2007 में भारत बीफ निर्यात में 15 वे नम्बर पर था जो की  2009 में बढ़कर 5 वे स्थान पर पहुँच गया/  2012 में भारत का स्थान दूसरा अब भारत दुनिया में सबसे ज्यादा बीफ निर्यातक देश बन गया है /  किसी भी धर्म ने गो  ह्त्या करने की इजाजत नहीं दी है / धर्म के नाम पर हर कोई राजनीति करता है धर्म का पालन कौन कर रहा है/ उदा. कुरान  शरीफ़ में पारा 14 रुकवा 7 – 15 में  गौ रक्षा का उपदेश – अकर मूल बकर फाईनाहा सौयदुल बहाइमा  अर्थात – गाय  की इज्जत करो क्युकि यह चौपाइयो की सरदार है/ इसाइदयाह (6613) में लिखा है – गौहत्या मनुष्य के कत्ल के समान है

वास्तव में गौ वंश रक्षा का संकल्प लेना है और केंद्र और राज्य में बैठी सरकारे गंभीर हैं तो आज ही ये कदम उठा लें फिर न गौ रक्षा की जरूरत पड़ेगी न कथित गौरक्षकों की ,

  1. गाय और उसके वंश को संरक्षित पशु की श्रेणी में शामिल कर दें
  2. गाय पालक के लिए सख्त कानून बने प्रत्येक व्यक्ति जो गाय पाले उस गाय के खरीद से लेकर रख रखाव का विवरण प्रत्येक वर्ष विभाग में जमा करे,
  3. गायको खुला सड़क पर छोड़ने वालो पर कम से कम प्रति पशु 1000 रुपये जुर्माना लगाया जाय,
  4. गायको बेचने और खरीदने की प्रक्रिया पारदर्शी हो कोई भी व्यक्ति बिना पूर्व अनुमति के न तो गाय वंश बेच सके न खरीद सके,
  5. देशभर में बीफ के आयात निर्यात पर प्रतिबन्ध लगा दिया जाय यंहा ये बात जरूर ध्यान रखे की  भारत  विश्व का बीफ निर्यताक में न0 1 देश हैं
  6. बिनाकिसी धार्मिक भेदभाव के गायवंश को मांस हेतु आयात निर्यात करने वाले दोनों पक्षो को कम  से कम 1 साल की सजा व 1 लाख जुर्माना का प्रावधान हो

सरकार अगर इन कदमो को लागू करके सख्ती से पालन कराती हैं तो गाय पर सियासत अपने आप ख़त्म हो जायेगी गाय के नाम पर सम्प्रदाय में जहर घोलने का काम करने वाले बेरोजगार हो जायेंगे और सबसे बड़ी बात गाय वंश की वास्तव में देखरेख होगी, अगर नियम न बनाकर सिर्फ सड़क पर पीट कर हत्या कर देना ही समाधान हैं तो थू हैं ऐसी व्यवस्था पर

 

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