Site icon Youth Ki Awaaz

वाह! कटुआ रेप के 3 महिनें बाद बॉलीवुड को हिंदुस्तान पर शर्म आ रही है

बॉलीवुड जगत से कटुआ रेप में सिम्पथी न ही मिले तो बेहतर है। जो रेप जनवरी में हुआ और उसके बारे में अप्रैल में Shame और Ashamed की तख्तियां लेके अपनी फोटो शेयर कर रहे है। उनसे कोई बस यहीं पूछ ले की फिलहाल इस केस का स्टेटस क्या है। करीना कपूर की फोटो से तो साफ पता चल रहा है उनकी मैनेजर ने उनको कहा है हो की मैम कटुआ में बच्ची के रेप के मामले में पूरा बॉलीवुड बोल चूका है ट्वीट भी कर चूका है आपने कोई रेस्पोस नहीं किया इसीलिए अपनी और तैमूर की फोटो के अलावा एक फोटो तख्ती के साथ भी पोस्ट कर दो। अब ज्यादा टाइम तो है नहीं इन सुपरस्टार्स के पास तो किसी ने एक कंटेट लिख दिया, गाड़े गंभीर शब्दों के साथ और शुरू हो गया तख्ती हाथ में लेकर प्रोट्रेस्ट जताने का सिलसिला। मतलब पूरे बॉलीवुड जगत में कोई अखबार ही नहीं पढ़ता, न्यूज भी नहीं देखता, बस ट्रेंडिग देखते है। ऐसा तो है नहीं की बॉलीवुड जगत में सिर्फ लाली लिपस्टिक लगाकर दिमाग से खाली लोग ही है। भारी मात्रा में इंटलेक्चूअल भी है । ताजुब्ब है! उनके  भी कानों में जनवरी में इस केस की कोई खबर नहीं गई। अगर हुई तो उन्होंने I am Hindustan, I am ashamed क्यूं नहीं किया।

दरअसल ये जो कंटेट आपने लिखा है न उससे बहुत दिक्कत है वाकई बहुत दिक्कत है क्योंकि मैं भी हिन्दुस्तान की ही हिस्सा हूं और मुझे हिन्दुस्तान पर शर्म नहीं आती। मुझे शर्म आती है घिनौनी मानसिकता वाले लोगो से, मुझे शर्म आती धर्म के नाम पर राजनीति से, मुझे शर्म आती मासुम से साथ दरिंदगी लेकिन हिंदुस्तान से नहीं।

हिंदुस्तान को शर्म कहना मुझे बिलकुल वैसा ही लग रहा है जैसे किसी बच्चे की दरिंदगी की सजा उसके मां बाप को मिल रही हो। रोहन अगर अपराधी है तो आपको उसके मां-बाप पर शर्म नहीं आनी चाहिए बल्कि रोहन पर आनी चाहिए। ये जो ट्रेड़ सेट हो गया है न, हर बात पर हिंदुस्तान के नाम को घसीटने का उसे बंद कर दो। हिंदुस्तान तुम लोगो का ही देश नहीं उसमें हम भी रहते है जो नॉर्मल इंसान है। और हमें बढ़ रहे उपराधों से दिक्कत है जिसके लिए हम खुद को मजबुत बनाएंगे और लड़ेंगे न की एक दिन के लिए एक तख्ति लिखकर हिंदुस्तान पर शर्म करेंगे। समाज का भुखे दंरिदे एक दिन में खत्म नहीं होगे, न ही किसी प्रोटेस्ट से होंगे बल्कि मुझे जैसी कई लड़कियों को खुद को इतना मजबूत बनाना होगा की हमें अपनी सुरक्षा के लिए किसी से भीख न मांगनी पड़े। हमें रात में अकेले निकलने में डर न लगे। और ये जो बॉलीवुड वाले जो हिंदुस्तान है और उसे शर्म आ रही है वो गांव में, सदूर इलाको में जाकर लड़कियों के लिए कराटे ट्रेनिंग सेंटर्स खुलवा दे ताकी निर्भया और आसीफा जैसी अनजीनत लड़कियों की बेहरहमी से खत्म न हो।

 

Exit mobile version