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सैल्यूट करता हुं मै इंस्पेक्टर गगनदीप को- शहजादा अफरोज

नाम: गगनदीप सिंह पद: सब इंस्पेक्टर संदर्भ: दो दिन पहले एक युवक को मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बचाया दो दिन पहले नैनीताल के गिरजा देवी मंदिर में यह युवक अपनी महिला साथी के साथ गया हुआ था! जैसे ही कुछ लोगों को पता चला कि युवक मुस्लिम है और युवती हिन्दू, लव जिहाद का रंग देकर भीड़ उस युवक को मारने के लिए हिंसक हो गयी. कुछ तो नफ़रत में युवती को भी मार डालना चाहते थे! उस वक्त मंदिर में तैनात सब-इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह बिना डरे, बिना अपनी जान की परवाह किये, युवक को उन्मादी भीड़ से बचाया. भीड़ के उस गुस्से में गगनदीप भी लपेटे में आ सकता था! भीड़ में से एक उन्मादी ने युवक के ऊपर शक करते हुए कई बार बोला कि “ID दिखाओ, ID”! समझिये कि ID किस सोच के तहत माँग रहा होगा वो व्यक्ति! भीड़ से एक और आवाज़ (गगनदीप के लिए) आयी कि “किस बात का प्यार दिखा रहे हो आप इसपे?” भीड़ में से कई उसे अंदर ही बिठाने की बात कर रहे थे! गगनदीप ने युवक को अपने सीने से चिपकाए रखा और युवक भी गगनदीप के सीने पे दुबका रहा फिर भी भीड़ ने कई थप्पड़ लगा दिया! पिछले 4 सालों में गौरक्षा के नाम पर अब तक लगभग 30 हत्यायें की जा चुकी हैं! लव-जिहाद के नाम पर बहुत ज़हर बोया जा चुका है! मुसलमानों के विरुद्ध ये ये उन्माद कहाँ से बढ़ा है ज़रा सोचियेगा! गगनदीप सिंह को सलाम पहुँचे कि वो इस सांप्रदायिक माहौल में लाखों लोगों के लिए एक जज़्बा बनकर उभरे हैं! हजारों सांप्रदायिक सनकियों पर अकेला गगनदीप भारी पड़ा!

नाम: गगनदीप सिंह
पद: सब इंस्पेक्टर
संदर्भ: दो दिन पहले एक युवक को मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बचाया

दो दिन पहले नैनीताल के गिरजा देवी मंदिर में यह युवक अपनी महिला साथी के साथ गया हुआ था! जैसे ही कुछ लोगों को पता चला कि युवक मुस्लिम है और युवती हिन्दू, लव जिहाद का रंग देकर भीड़ उस युवक को मारने के लिए हिंसक हो गयी. कुछ तो नफ़रत में युवती को भी मार डालना चाहते थे!

उस वक्त मंदिर में तैनात सब-इंस्पेक्टर गगनदीप सिंह बिना डरे, बिना अपनी जान की परवाह किये, युवक को उन्मादी भीड़ से बचाया. भीड़ के उस गुस्से में गगनदीप भी लपेटे में आ सकता था! भीड़ में से एक उन्मादी ने युवक के ऊपर शक करते हुए कई बार बोला कि “ID दिखाओ, ID”! समझिये कि ID किस सोच के तहत माँग रहा होगा वो व्यक्ति! भीड़ से एक और आवाज़ (गगनदीप के लिए) आयी कि “किस बात का प्यार दिखा रहे हो आप इसपे?” भीड़ में से कई उसे अंदर ही बिठाने की बात कर रहे थे! गगनदीप ने युवक को अपने सीने से चिपकाए रखा और युवक भी गगनदीप के सीने पे दुबका रहा फिर भी भीड़ ने कई थप्पड़ लगा दिया!

पिछले 4 सालों में गौरक्षा के नाम पर अब तक लगभग 30 हत्यायें की जा चुकी हैं! लव-जिहाद के नाम पर बहुत ज़हर बोया जा चुका है! मुसलमानों के विरुद्ध ये ये उन्माद कहाँ से बढ़ा है ज़रा सोचियेगा! गगनदीप सिंह को सलाम पहुँचे कि वो इस सांप्रदायिक माहौल में लाखों लोगों के लिए एक जज़्बा बनकर उभरे हैं! हजारों सांप्रदायिक सनकियों पर अकेला गगनदीप भारी पड़ा!

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