Site icon Youth Ki Awaaz

उम्मीदों की लहरों को देखा है मैने

झपकियां लेते समंदर में
उम्मीदों की लहरों को देखा है मैने,
रफ्तारों को उस रेस में
उछल-फांद करता भी पाया,
इसी होड़ में लहरों की
मन उचट गया दिल रूठ गया,
पाया खुद को जब दूर कहीं
लहरों के अंदर डूब गया,
फिर क्या था.. जाते जाते
मेरे मकसद की कुछ छवि मिली,
तब ज्ञात हुआ, तब पता चला
तत्परता और लगनशीलता, पथ है लक्ष्य को पाने का…
Exit mobile version