क्योंकि वो मर्द है
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कमरे में दाखिल होते ही रुखसार की आँखें जल उठी ।
अपनी चौदह साल की बेटी को उसके मामू की बाँहो मे देख कर।
चटाक ….चटाक ..जोरदार चाँटे जुनैद के गाल पर मारे और नाजिया को उसकी बाँहों से खींच लिया।
“आपी”क्या कर रही हैं आप ?क्यों मारा मुझे।”चीखते हुए जुनैद बोला।
~”नामूराद बोलता है क्यों मारा मुझे, क्या कर रहा था बता क्या करने की कोशिश थी।
अल्लाह का शुक्र है समय पर आ गई मै वरना…”,बात अधूरी छोड़ दी रूखसार ने।
“अम्मी क्यों मारा आपने मामू को ?मुझे एक्टिंग सीखा रहे थे वो ”
~”देख लिया क्या एक्टिंग सीखा रहा था जलील, थू है तुझ पर अपनी ही बहन.की बेटी पर ”
“क्या बोल रही हो आपा आप ऐसा कुछ नहीं है “नजरों को चुराते हुए जुनैद बोला।
~”ऐसी बात नहीं है तू बोल रहा है….!! क्या कर रहा था उसके सीने पर हाथ रख कर कौन सी एक्टिंग थी मुझे समझ नहीं आता क्या ?निकल यहां से अपनी शक्ल ना दिखा दियो और मर गया तू मेरे लिए”,
“लेकिन अम्मी मामूजान को क्यों निकाल रही हो वो मामू है मेरे ।
वो कुछ गलत क्यों करेंगे”
~”मामू से पहले वो सिर्फ मर्द है और जो सिर्फ़ मर्द होते है उन से दूर रहना चाहिए”
दिव्या राकेश शर्मा
देहरादून।