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अंजनी, बारहवीं में 3 बार हुई थीं फेल, आज हैं रेडियो मिर्ची की प्रसिद्ध RJ

हम एक बार सुन लेते हैं कि कोई किसी कक्षा में फेल हो गया तो बस उसकी ज़िन्दगी खत्म, अब वो कुछ हासिल कर ही नहीं पाएगा। इस घिसी पिटी सोच को पूर्ण विराम दिया रायपुर की अंजनी गांगुली ने। रायपुर के रेडियो मिर्ची की जानी-मानी अंजनी की आवाज़ घर-घर में गूंजती है। वे पढ़ाई में ज़्यादा अच्छी नहीं थी और बाहरवीं में एक नहीं तीन बार फेल हुईं। रिश्तेदारों के, दोस्तों के सबके ताने सुनें, लेकिन अपना हौसला कभी नहीं खोया। इंटरव्यूज़ में कई बार रिजेक्ट होने के बाद भी उन्हें हमेशा भरोसा था की वे अपना सपना ज़रूर पूरा करेंगी। खूब कोशिश और मेहनत के बाद आज वो एक RJ के तौर पर प्रसिद्द हैं।

इनकी पूरी कहानी जानने के लिए देखें यह जोश Talk

अपनी टॉक के दौरान अंजनी ने Interview से जुड़ी कुछ खास टिप्स भी दिए।

“Interview” शब्द से डरना बंद करें –

इंटरव्यू निकालना भी एक कला है। एक ऐसी कला जहां आप खुद को दूसरों के समक्ष पेश करते हैं और बताते हैं कि क्या है आपकी खासियत और आपको क्यों चुना जाना चाहिए। यदि एक कलाकार डरा हुआ होगा तो वो खुद को कैसे सर्वश्रेष्ठ दिखा पाएगा। इसीलिए सबसे महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने अंदर का डर, इंटरव्यू के प्रति बिल्कुल ही खत्म कर दें।

Interview Room के किंग आप ही होते हैं –

आत्मविश्वास नहीं है, पता नहीं सवाल कैसे होंगे और पता नहीं क्या-क्या चलता है दिमाग में इंटरव्यू रूम में जाने से पहले। लेकिन ये जो एक हमारा डर है कि पता नहीं क्या पूछ लिया जाएगा तो इस बात की फिक्र करना बंद करें। आपसे कोई फिज़िक्स के सवाल नहीं पूछे जाएंगे बल्कि आपसे आपके बारे में ही पूछा जाएगा और एक दो आपकी फील्ड से जुड़े हुए सवाल। तो फिर क्यों ना हम चेहरे पर एक मुस्कराहट के साथ आत्मविश्वास के साथ-सवालों का उत्तर दें और एक वास्तविक व्यक्ति बनकर रहें। कोई दिखावा ना करें तो सफलता अवश्य ही प्राप्त होगी। यदि आप किसी सवाल का जवाब नहीं भी दे पाते हैं तो बिना किसी झिझक के मना करें।

इन बातों को हमेशा ध्यान रखें –

• अपना संक्षिप्त विवरण यानि Resume खुद ही टाइप करें ताकि आप उसमें लिखी प्रत्येक बात से बखूबी अवगत हों।
• अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स दिन पर दिन सुधारें और एक आईने के सामने रोज़ बोलने का अभ्यास करें।
• अपने थ्योरेटिकल ज्ञान पर ध्यान दें और सामाजिक विज्ञान में भी रूचि रखें।
• रिजेक्शन और फेलियर से तो डरे ही नहीं क्योंकि उन्हीं की वजह से हम अपनी गलतियों में सुधार ला पाते हैं और आगे के लिए और अच्छे से तैयार रहते हैं।

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