किसान के बहस से किसान गायब, ट्रिपल तलाक के बहस से महिलाएं गायब, रिज़र्वेशन के बहस से दलित गायब और अब एकदम ताज़ा वाला लीजिए AMU के स्टूडेंट्स को जिन्ना परस्त बताने वाले टीवी डिबेट से AMU स्टूडेंट्स गायब।
अगर ज़्यादा माहौल बन गया है तो सीधी बात यह है कि ऐसा ही कुछ हुआ पूरे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट प्रोटेस्ट के मीडिया कवरेज में। अनगिनत स्क्रीन्स में बटे टीवी न्यूज़ के बीच AMU स्टूडेंट्स को कोई जगह नहीं दी गई, जहां दी गई वहां सवाल यही था कि आप देशभक्त हैं या नहीं?
हमने YKA में तय किया कि क्यों ना एकबार वहां के स्टूडेंट्स की भी राय जान ली जाए कि आखिर वो क्या सोचते हैं पूरे मुद्दे पर। और असल में विरोध किस बात का कर रहे हैं वो।
जिन्ना और पूरे AMU प्रोटेस्ट पर उन स्टूडेंट्स का क्या कहना है ये इस वीडियो रिपोर्ट में देखिए- यहां तक पढ़कर ऊब गए हों तो एक-दो बातें यहां पढ़ लीजिए, इंट्रेस्ट जाग जाए शायद-
“जिन्ना हमारे तारीख का हिस्सा है, आस्था का नहीं,” “आप जिन्ना का एक पुतला जलाइये, हम दस जलाएंगे, अगर यही राष्ट्रभक्ति का पैमान है तो” “हमें HRD मिनिस्ट्री से कोई निर्देश आता है तो क्यों नहीं मानेंगे, लेकिन युवा वाहिनी के गुंडे कौन होते हैं कैंपस में घुसकर धमकाने वाले”