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लंबे ब्रेक के बाद एक इंटर्नशिप ने मेरे करियर को नया जीवन दिया

मेरी उम्र बहुत कम थी, तब ही से मुझे पता था कि मैं एक शिक्षिका बनना चाहती थी। जब मेरी हिंदी साहित्य में ग्रेजुएशन पूरी हुई तो मैंने पास ही एक विद्यालय में पढ़ाना शुरू कर दिया। फिर मैंने अपनी पोस्ट ग्रैजुएशन पूरी कर ली और जवाहर नवोदय विद्यालय, नागालैंड में एक टी.जी.टी. हिंदी प्रोफेसर के रूप में काम किया। मेरी शिक्षा के क्षेत्र में इतनी रूचि थी कि मैंने बाद में अपनी बी.एड. भी पूरी की। कुछ वर्ष बाद मेरा विवाह तय हो गया और मुझे नौकरी छोड़कर अपने घर असम वापस जाना पड़ा।

शादी के बाद मैं अपने पति के साथ गाज़ियाबाद आ गयी। गाज़ियाबाद और असम एक दूसरे से एकदम विपरीत हैं। नए शहर में ढलने में और नई ज़िम्मेदारियों के चलते, मैं तुरंत अपना करियर शुरू नहीं कर पा रही थी। कुछ समय बाद जब मैंने अपनी ज़िम्मेदारियों को अच्छे से संभालना सीख लिया तो मैंने नौकरी ढूंढनी शुरू कर दी। मैंने अनेक विद्यालयों में इंटरव्यू दिए, लेकिन नौकरी नहीं पा सकी क्योंकि वहां हिंदी पढ़ाने के लिए भी अंग्रेज़ी में कुशल होना ज़रूरी था।

चूंकि मैं अच्छे से अंग्रेज़ी नहीं बोल सकती थी इसलिए मेरे सारे प्रयास व्यर्थ थे। कुछ समय बाद मैंने अपने बेटे को जन्म दिया और उसकी परवरिश में ही मेरा अधिकतर समय व्यतीत होने लगा। इसी प्रकार 6 वर्ष बीत गए और अब मेरा बेटा विद्यालय जाने लगा। अब जब मेरे पास कुछ समय बच जाता था तो मेरे पति ने मुझे फिर से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया किन्तु, 8 साल के ब्रेक के बाद वापस अपना करियर शुरू करने के विचार से मुझे थोड़ा डर लग रहा था। फिर मेरे एक मित्र ने मुझे वर्चुअल नौकरियों से परिचित कराया।

बड़े उत्साह के साथ मैंने इंटरनेट पर नौकरियां ढूंढनी शुरू की और इसी दौरान मुझे इंटर्नशाला के बारे में पता चला। यह एक प्लैटफार्म है जो विभिन्न क्षेत्रों में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान कराता है। इसलिए मैंने भी खुद को प्लैटफार्म पर रजिस्टर कर दिया। मुझे यह संदेह था कि केवल हिंदी में कुशल होने के बावजूद भी क्या मुझे कोई इंटर्नशिप मिल पाएगी या नहीं। लेकिन अच्छा हुआ कि मैं गलत साबित हुई। मुझे अपनी रुचि और कौशल के अनुसार एक इंटर्नशिप मिली और मैंने उसके लिए आवेदन कर दिया। यह Inventia Business Solutions Private Limited नामक एक कम्पनी के साथ समाचार सम्पादन का काम था।

चूंकि मेरा कौशल, इंटर्नशिप की अपेक्षाओं के अनुकूल था, इसलिए मुझे शॉर्टलिस्ट कर लिया गया। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मेरे घर पर एक कंप्यूटर और अच्छा इंटरनेट कनेक्शन है, जिसका उत्तर मैंने हां में दिया। फिर उन्होंने मुझे इंटर्नशिप के लिए चुन लिया। क्योंकि मैं यह काम पहली बार कर रही थी इसलिए उन्होंने मुझे शुरू के 15 दिन अभ्यास के लिए कार्य दिया। इसके अंतर्गत मुझे भिन्न-भिन्न समाचार वेब्साइट्स से कुछ चुनिंदा समाचार चुन कर उन्हें संक्षिप्त में लिखना था और सभी व्याकरण संबंधी गलतियों को सुधारना था। मुझे एक दिन में कुल 30 लेख पूरे कर के भेजने होते थे। मैंने जल्द ही पूरा कार्य अच्छे से समझ लिया और इंटर्नशिप का पूरा काम अच्छे से करने लगी।

इंटर्नशिप पूरी होने के बाद मुझे इसी कम्पनी में नौकरी का प्रस्ताव मिला और अब मैं कम्पनी की समाचार एप ‘Khabri’ के लिए एक हिंदी समाचार सम्पादक के रूप में काम कर रही हूं। मैं अपने काम से बहुत खुश हूं और सबसे अच्छी बात यह है कि मुझे नौकरी के लिए घर से बाहर नहीं निकलना पड़ता। अब मैं अपने परिवार का ख्याल रखने के साथ-साथ, पूरे विश्व से संबंधित समाचार से परिचित भी रहती हूं।


लेखिका के बारे में: अर्चना शर्मा ने विवाह के पश्चात शिक्षिका के तौर पर अपने करियर से ब्रेक लिया था। वह बता रही हैं कि कैसे उनको वापस नौकरी मिलने में कठिनाई का सामना करना पड़ा और कैसे एक वर्चुअल इंटर्नशिप के साथ उन्होंने अपने करियर को पुनः आरम्भ किया। यह लेख पहले इंटर्नशाला पर प्रकाशित किया जा चुका है।

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