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रेस 3 रिव्यू: ईद पर सलमान खान का दर्शकों को मनोरंजन से भरा बेहतरीन तोहफा

साल 2008 में आई फिल्म रेस बॉलीवुड में अपने ही तरीके की पहली फिल्म थी, जिसने सस्पेंस-एक्शन थ्रिलर फिल्मों को एक नई दिशा दी थी। फिल्म में कहानी से लेकर, एक्शन, म्यूज़िक और अभिनय तक सब कुछ लाजवाब था जिसने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया था। लेकिन 2013 में इसी फिल्म की सीक्वल रेस2 दर्शकों और क्रिटिक्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई थी, जिसके अपने ही कारण रहे हैं।

मल्टीस्टारर फिल्म होने के बावजूद जहां रेस में हर एक किरदार की अपनी ही अहमियत थी, वहीं रेस2 में दीपिका, जैकलिन और अमीषा जैसी अभिनेत्रियों को मात्र ग्लैमर के लिए ही इस्तेमाल किया गया था। फिल्म ने कहानी को तो आगे बढ़ाया, परंतु कुछ नयापन परोसने ने नाकाम रही।

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अब पांच साल बाद रेस 3 आयी है, जिसमे टिप्स फिल्म्स ने बहुत सारे बदलाव किए हैं। निर्माता रमेश एस तौरानी ने इस बार अब्बास-मस्तान की जगह निर्देशन की कमान कोरियोग्राफर से डायरेक्टर बने रेमो डिसूजा को दी है। वहीं सैफ अली खान की जगह लीड में इस बार सलमान खान नज़र आएंगे। फिल्म की कास्ट अनोखी है, जिसमें अनिल कपूर ही एक जैसे अभिनेता है जो तीनों फिल्मो का हिस्सा रहे हैं। जैकलीन इस कड़ी की लगातार दूसरी फिल्म में नज़र आ रही है, तो वहीं बॉबी देओल, डेज़ी शाह, साकिब सलीम पहली बार इस सीरीज का हिस्सा बने हैं।

कहानी के बारे में कुछ भी लिखना खुलासा करने जैसा होगा, जो शायद दर्शकों का मज़ा खराब कर सकता है। इतना ज़रूर है कि कहानी में सस्पेंस और रोमांच भरपूर है, जो शुरुआत से अंत तक आपको बांधे रखता है। इंटरवल से पहले जो समा ये फिल्म बांधती है, इंटरवल के बाद फिल्म के रोचक मोड़ कहानी में उत्साह को दुगना कर देते हैं।

 

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जहां रेस को दर्शको के बिच लोकप्रिय बनाने में उसके संगीत ने मुख्य भूमिका निभाई थी, वहीं इस फिल्म का म्यूजिक निराशाजनक है। फिल्म में ऐसा कोई गाना नहीं है, जो आप याद रख सके या गुनगुना सके, बल्कि जब भी कोई गाना आता है वहां कहानी का रोमांच टूट जाता है। पिछली दो फिल्मो में संगीत की जिम्मेदारी संगीतकार प्रीतम ने ली थी, तो इस बार बहुत सारे संगीतकार मिल कर भी परदे पर कोई कमल नहीं दिखा पाए। हां! फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर बहुत ही शानदार है, जो कहानी के साथ फिट बैठता है। ताज्जुब है कि फिल्म में जैकलीन और डेज़ी जैसे उम्दा डांसर्स होने के बावजूद भी टच मी (रेस) और लत लग गयी (रेस 2) जैसा कोई डांस नंबर नहीं रखा गया, जिसकी कमी खलती है।

अदाकारी की बात करे तो सिकंदर के रोल में सलमान खान का अभिनय दमदार है, तो अनिल कपूर भी अपने रोल में बिलकुल फिट बैठते हैं। अदाकारी के मामले में बॉबी देओल को पूरे नंबर मिलने चाहिए, क्योकि उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। साकिब-सलीम और डेज़ी शाह ने अपने किरदारों को बखूबी निभाया है तो जैकलीन का रोल मानो ऐसा लगता है जैसे कटरीना कैफ को ध्यान में रख कर लिखा गया हो। भले ही ये रेस सीरीज़ की तीसरी फिल्म हो लेकिन जो संजना का दमदार किरदार बिपाशा बसु को पहली फिल्म में मिला था, वैसा रोल आगे की दोनों फिल्मों में देखने को नहीं मिला, इस सीरीज़ में अमूमन अभिनेत्रियों को ग्लैमर के लिए ही इस्तेमाल किया गया है।

फिल्म का बजट काफी अच्छा है, जो परदे पर दिखाई पड़ता है। शानदार गाड़ियां और चौंकाने वाले एक्शन सीन युवाओं के साथ-साथ बच्चों को भी लुभाएंगे। ये फिल्म सलमान खान की ओर से दर्शकों के लिए ईद के अवसर पर एक बेहतरीन तोहफा है। गर्मी की छुट्टियां भी चल रही हैं तो ये फिल्म 250 से 300 करोड़ का कारोबार कर सकती है। सलमान खान की पिछली कुछ फिल्मों की सफलता का मुख्य कारण उम्दा कहानियां रही हैं, जिन्होंने उनके फैन्स के साथ-साथ जो उनके फैन्स नहीं है उन्हें भी सिनेमा घरों तक आने पर मजबूर कर दिया था। लिहाज़ा, ये फिल्म भी उसी कड़ी का हिस्सा है, जो दर्शकों का मनोरंजन करेगी और बॉक्स-ऑफिस के पुराने रिकार्ड्स तोड़कर नए रिकार्ड्स स्थापित करेगी।

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