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रिव्यू: कुर्सी की पेटी के साथ अपना दिल भी बांध लीजिए, दिल को छू लेने वाली फिल्म है संजू

पहले टीज़र ने दर्शकों के मन में उत्साह पैदा किया, फिर ट्रेलर ने उसको बढ़ाया और आज जब फिल्म रिलीज़ हुई है तो उसे देखने के बाद ऐसी अनुभूति हो रही है मानों बहुत दिनों के भूखे को भर पेट स्वादिष्ट खाना मिल गया हो। मैं बात कर रहा हूं फिल्म ‘संजू-वन मेन मेनी लाइव्स’ की जिसने साबित कर दिया है कि किसी भी कहानी को जिस खूबसूरती से राजकुमार हिरानी परदे पर उतारते हैं, उसमें बॉलीवुड में आज उनकी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है।

अभिनेता संजय दत्त के जीवन पर बनी इस फिल्म में संजय दत्त का किरदार रणबीर कपूर ने निभाया है, लेकिन इस फिल्म में ना तो आपको रणबीर नज़र आएगा और ना ही संजय दत्त। ये कहानी है संजू की जिसे देखने के बाद ये एहसास होता है कि उसे आप और हम पहले नहीं जानते थे। ये संजय दत्त के जीवन के उन अनछुए पहलुओं से दर्शकों को रूबरू करवाती है, जिससे एक भावनात्मक जुड़ाव महसूस होता है।

राजकुमार हिरानी और अभिजात जोशी ने मिलकर इस कहानी को जिस ढंग से पेश किया है वो शुरू से अंत तक आपको कुर्सी से इस तरह बांधे रखती है कि इंटरवल में कुछ मिनट का ब्रेक भी आपको बेचैन कर देता है।

अभिनय की बात करें तो रणबीर कपूर के करियर का ये अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है, क्योंकि उन्होंने संजू के किरदार को सिर्फ निभाया ही नहीं, बल्कि जीया है। जिस मेहनत और ईमानदारी से उन्होंने इस किरदार को निभाया है, वो परदे पर झलकता है। फिल्म में संजू के किरदार को टक्कर देता है उनका दोस्त कमलेश कन्हैया लाल कपासी, जिसका किरदार विक्की कौशल ने निभाया है और उन्होंने साबित कर दिया है कि वे बॉलीवुड में लम्बी पारी खेलने के लिए आये हैं।

सुनील दत्त के किरदार के साथ परेश रावल ने पूरा न्याय किया है, तो नरगिस दत्त के रोल में मनीषा कोइराला का काम काफी प्रभावशाली है। पत्नी मान्यता दत्त के रोल में दिया मिर्ज़ा जंची हैं तो अनुष्का शर्मा और जिम सरभ का काम भी प्रभावित करने वाला रहा। इस फिल्म को बेमिसाल बनाने में सभी ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई है और ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं है कि संजू इस साल की सबसे बेहतरीन फिल्म है। फिल्म का संगीत लुभावना है, जो कहानी की ज़रूरत के हिसाब से फिट बैठता है।

अंत में यही कहूंगा कि ये एक ऐसी फिल्म है जिसे सिने-प्रेमियों को सिनेमा घरो में जाकर ज़रूर देखना चाहिए। ये फिल्म आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको हंसाएगी, रुलायेगी, जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में बदलते रिश्तों के महत्व को समझाएगी और एक ऐसे किरदार से आपका परिचय करवाएगी जिसे सालों से जानते हुए भी, हम पहचानते नहीं थे। मैं ये सोच कर हैरान हूं कि जीवन में विपरीत परिस्थितियां होने के बावजूद भी किस तरह संजय दत्त अपने प्रशंसकों का मनोरंजन करते आये हैं।

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