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मैं भी अपने पिता की गोद में आमिर की बेटी की तरह ही खेलती हूं, इसमें हैरानी क्यों?

पिछले दिनों आमिर खान और उनकी बेटी की एक तस्वीर पर चले बवाल से तो आप वाकिफ होंगे ही। कितनी प्यारी है वो तस्वीर। एक-बाप बेटी के बीच के अटूट प्रेम को दिखाती हुई।

लेकिन, इस समाज में नफरत फैलाने और प्यार को अपना दुश्मन मानने वालों ने इस तस्वीर पर विरोध जताना शुरू कर दिया। ज़ाहिर सी बात है उन्हें प्रेम शब्द से ही डर लगता है, इसलिए कभी प्रेमी जोड़ों के बीच के प्रेम को वो गलत ठहराते हैं तो कभी बाप-बेटी के रिश्तों को।

अब आपको लगेगा कि मैं इतने दिनों बाद इस बात को क्यों उठा रही हूं। दरअसल, ये नफरत फैलाने वाले लोग जाने-अनजाने में एक भला काम कर गए हैं। उन्होंने एक ऐसी बहस शुरू कर दी है, जिसपर बात होनी बहुत ज़रूरी है। वो बहस है एक बाप-बेटी के बीच के रिश्ते की। आप मेरी बात गलत दिशा में ले जाए उससे पहले मैं आपको अपने और अपने पापा के बीच के रिश्ते के बारे में कुछ बताना चाहती हूं।

आमिर खान और उनकी बेटी की तस्वीर देखकर मुझे बिलकुल भी कुछ विचित्र नहीं लगा, आमिर खान की बेटी का अपने पापा की गोद में बैठना मेरे लिए कुछ अलग नहीं था। वजह, मैं भी तो अपने पापा की गोद में बैठती हूं। जी हां, आज भी 26 साल की उम्र में मैं अपने पापा की गोद में सुकून के साथ उनके प्यार को एन्जॉय करती हूं।

आमिर की बेटी की तरह मैं भी अपने पापा के साथ खेलती हूं। कभी उनके पेट पर चढ़कर बैठ जाना, कभी कंधे पर लटक जाना, कभी पेट पर तबला बजाना, तो कभी उनके सर को तबला बनाकर मज़े लेना। और हां, कभी उनके बचे-खुचे बालों से चोटी बनाना।

मैं उनके गालों को प्यार से खिंचती हूं तो कभी गालों में किस करके अपने प्यार को ज़ाहिर भी करती हूं, और जब मन हुआ तो उनसे एक प्यारी सी किस की डिमांड भी करती हूं। बचपन से लेकर अब तक, और आगे भी ये सिलसिला जारी रहने वाला है।

हमने अपने मां-पापा के साथ एक दोस्ती का रिश्ता कायम किया है, जहां हम अपना विरोध जता सकते हैं, अपना प्यार ज़ाहिर कर सकते हैं। अपने करियर, अपने बॉयफ्रेंड, अपनी पीरियड्स के बारे में चर्चा कर सकते हैं। इस दोस्ती वाले रिश्ते में सहमती-अहसमती सबका स्पेस है।

दरअसल, हमारे समाज में पिता के बारे में एक ऐसी इमेज बनाकर रख दी गई है कि पिता गुस्सैल होने चाहिए। हमें अपने पिता के सामने सर झुकाकर रहना चाहिए। आपने कई बार अपने बड़े-बुज़ुर्गों से ये कहते सुना होगा कि हम तो अपने पापा के सामने कभी सर उठाकर बात भी नहीं करते थे। आज भी कई लोग अपने पिता के सामने टीवी तक देखने को बुरा मानते हैं। और ध्यान रहे ऐसा अमूमन बेटी और पिता के बीच होता है, बेटों को कई बार इन चीज़ों की आज़ादी होती है।

लेकिन, समाज के कुछ दकियानूस लोग ये समझने को तैयार नहीं कि अब पिता सिर्फ पिता नहीं बल्कि वो एक दोस्त भी है। ना सिर्फ अपनी बेटों का बल्कि अपनी बेटियों के भी।

आज कई पिता और बेटी की बेहतरीन जोड़ियां आपको देखने को मिल जाएंगी जो दोस्ती का रिश्ता कायम करने में विश्वास रखती हैं। अब चुकी बहस बॉलीवुड स्टार को लेकर हुई है इसलिए यहां उदाहरण के रूप में बॉलीवुड स्टार्स को ही ले सकते हैं। शाहरुख खान, अक्षय, अमिताभ बच्चन जैसी कई हस्तियों को आप अपनी बेटियों के साथ एन्जॉय करते देख सकते हैं।

महेश भट्ट और पूजा भट्ट के बारे में बेतूकी बातों की तो मानों लिस्ट ही बना दी जाए। आपको वो तस्वीर शायद याद होगी, जिसमें दोनों एक दूसरे को किस कर रहे हैं। उस पोस्टर को लेकर भी बड़ा बवाल हुआ, लोगों ने दोनों को भरपूर गालियां दी। और वो गालियां आज के समय में भी लगातार जारी है। लेकिन, बावजूद महेश भट्ट ना सिर्फ पूजा भट्ट के साथ बल्कि अपनी छोटी बेटी आलिया के साथ भी फोटो शेयर करते रहते हैं।

हाल ही में गुड़गांव में रहने वाले अजीत बजाज और दीया बजाज की जोड़ी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पहली भारतीय पिता-बेटी की जोड़ी बन गई है। अगर हम पिता और बेटी के रिश्ते के बीच हमेशा एक गंभीरता की दीवार बनाकर रखते तो शायद भारत को ऐसी पिता-बेटी की जोड़ी नसीब नहीं होती।

आमिर और उनकी बेटी की फोटो में कुछ लोगों ने आमिर को यह भी नसीहत दी कि आप अपनी बेटी को कपड़े पहनने का सलीका क्यों नहीं सिखाते। लेकिन, आमिर की बेटी को शायद ही इन नसीहतों से फर्क पड़ने वाला है। क्योंकि जब बेटी को उसके पिता का साथ हो तो दुनिया के तमाम नकरात्मक कमेंट्स उसको कोई चोट नहीं पहुंचा सकते हैं।

मेरे साथ भी कई बार ऐसा हुआ। कपड़ों को लेकर मुझे अकसर कमेंट्स मिलते रहते हैं। मगर हर बार उसी फोटो को पापा ने फेसबुक पर लाइक करके मेरा हौसला बढ़ाया है। डिस्क या क्लब जाने पर भी कुछ लोगों से ताने सुनने को मिले, मगर मेरे पापा ने कभी विरोध नहीं किया। बल्कि एक बार उनके दिल्ली आने पर मैं क्लब से 2 बजे रात को अपने दोस्तों के साथ वापस आई थी। यहां तक कि मैंने पापा को डरते हुए एक कपड़ा दिखाया, “पापा ये कैसा लग रहा, पहन कर जाऊं।” पापा ने झट के बिना किसी शिकन के कह डाला, हां अच्छा तो लग रहा जाओ पहनकर।

हम बेटियों को अपने पिता से इस तरह के सपोर्ट मिलने के बाद दुनिया की फिक्र नहीं होती है। और मुझे पूरा यकीन है आमिर की बेटी भी ऐसे दकियानूस लोगों को इग्नोर ही करेंगी। बल्कि मैं तो कहूंगी, करो जितनी फोटो शेयर करनी है अपने पिता के साथ, उनके साथ खेलते हुए, उनके साथ शरारत करते हुए। और आइए हम सब अपने पापा के साथ एक मस्ती भरी फोटो शेयर करके ऐसे दकियानूस लोगों को एक करारा जवाब देते हैं। बल्कि 17 जून को तो फार्दस डे भी है, तो आइए इस बार फार्दस डे पिता और बेटी के प्यार को नफरत की निगाह से देखने वालों को एक करारा जवाब देते हुए मनाते हैं।

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