Site icon Youth Ki Awaaz

ब्लॉकचेन तकनीक: चुनाव को पारदर्शी और फ्रॉड-मुक्त बनाने का बेहतर विकल्प

सार्वजनिक क्षेत्र में ब्लॉकचेन का उपयोग इस साल एक और नए आयाम पर पहुंच गया, जब अमरीका का वेस्ट वर्जीनिया, प्राथमिक चुनावों में ब्लॉकचैन द्वारा इंटरनेट वोटिंग की अनुमति देने वाला पहला अमेरिकी राज्य बन गया।

इस मंच के माध्यम से मतदाता भागीदारी कम होने का अनुमान लगाया गया था, हालांकि प्रशासन का इरादा एक पायलट परियोजना द्वारा इस प्रौद्योगिकी का परीक्षण करना था। क्योंकि इसे बड़े पैमाने पर लागू करने की योजना अभी तत्काल प्रभाव से लागू नहीं हो सकती।

चुनाव के लिए ब्लॉकचेन का उपयोग करने का विचार वर्तमान में केवल एक प्रयोग से कहीं ज़्यादा अहमियत रखता है। एक सुरक्षित और पहले से ही परीक्षित किये इंटरफेस का उपयोग कर मोबाइल द्वारा मतदान, मतदाता धोखाधड़ी को खत्म कर सकता है और मत प्रतिशत में बढ़ोतरी करवा सकता है।

लम्बी दूरी और समय-अंतर होने के बावजूद, विदेशों में नागरिकों को मतदान करने के लिए यह अधिक सुविधाजनक बना देगा। चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने, चुनाव करने की लागत को कम करने, वोटों की गिनती की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि दिए गए सभी वोटों की गणना बिना किसी फ्रॉड के की जाती है, चुनाव आयोग के लिए भी यह एक फायदेमंद साधन हो सकता है।

वेस्ट वर्जीनिया चुनावों में उपयोग की जाने वाली तकनीक के तहत, मोबाइल डिवाइस पर मतदान करने से पहले एक थंबप्रिंट स्कैन (अंगूठे की प्रतिलिपि) जैसे बायोमेट्रिक उपकरण का उपयोग करके मतदाता की पहचान सत्यापित की गयी थी। प्रत्येक वोट, वोटों की श्रृंखला (या चेन) का एक हिस्सा है, जहां यह तीसरी पार्टी द्वारा गणितीय रूप से सत्यापित होता है।

ब्लॉकचेन का उपयोग करके, चुनाव प्रक्रिया के सभी आंकड़ों को सार्वजनिक रूप से सत्यापन योग्य वितरित खाते पर दर्ज किया जा सकता है जो मतदाताओं की प्राइवेसी को बनाए रखता है और परिणाम तुरंत उपलब्ध कराता है।

पारदर्शी चुनावों के लिए भविष्य की सुरक्षित तकनीक-

ब्लॉकचेन चुनाव में ब्लॉकचेन का उपयोग, ओपन सोर्स ब्लॉकचेन वोटिंग प्लैटफॉर्मों के उपयोग द्वारा सुव्यवस्थित
किया जा सकता है। एक ओपन सोर्स प्लैटफॉर्म के पास कोई स्वामित्व तत्व मौजूद नहीं होता है, जिससे कोई भी नागरिक या एजेंसी उस एप्लिकेशन की कार्यक्षमता का ऑडिट कर सकती है और इसकी सुरक्षा में सुधार करने में योगदान दे सकती है। इसलिए सुरक्षित व निष्पक्ष चुनाव के लिए ओपन-सोर्स सिस्टम होना बहुत आवश्यक है।

Democracy Earth Foundation, Follow My Vote, VoteWatcher, Polys, Agora जैसे कई स्टार्ट-अप हैं जो हाल के वर्षों में उत्पन्न हुए हैं और ओपन डेटा के साथ, ओपन सोर्स ऑनलाइन वोटिंग एप्लिकेशन के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।

यह वो समय है जब विश्व के उन्नत लोकतंत्र में भी चुनाव, धोखाधड़ी या बाहरी प्रभाव के आरोपों से प्रभावित हैं, तो हेराफेरी को खत्म करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग अनिवार्य हो जाता है। हालांकि, इस उद्देश्य के लिए ब्लॉकचेन का उपयोग करना अभी भी संदेह में है। ब्लॉकचेन द्वारा चुनाव आयोजित करने के लिए और उसे व्यवहारिक विकल्प बनाने के लिए आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए उसे सही से प्रबंध करना होगा।

सरकारी अधिकारियों को प्रौद्योगिकी की बारीकियों को समझना होगा और मतदाताओं व प्रशासन से प्राप्त प्रतिक्रियाओं का मूल्यांकन करना होगा।

चुनावी प्रक्रिया को ब्लॉकचेन से कराने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मतपत्र की सुरक्षा, मतदाता के कंप्यूटर की सुरक्षा व गोपनीयता, मतदाता पर दबाव, ऑडिट, सत्यापन और स्थानीय चुनाव अधिकारी के लिए सुविधा जैसे कई विचारों पर काम करने की आवश्यकता होगी।

सरकारी अधिकारियों के बीच ब्लॉकचेन की जागरूकता पैदा करना और प्रौद्योगिकी संचालित, पारदर्शी चुनावी प्रक्रिया को संभव बनाने के लिए तकनीकी क्षमताओं के निर्माण की भी आवश्यकता है। ब्लॉकचेन चुनाव पर उपयोगकर्ताओं की बेहतर संख्या के लिए इसका परीक्षण किया जाना चाहिए, इसे कम-से-कम लागत पर उपलब्ध कराना और इसे स्केल करने में सक्षम करना होगा।

साथ ही चुनाव कराने की एक नई तकनीक का समर्थन करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति भी अति आवश्यक है। भारत के परिपेक्ष्य में अगर बात करें तो अभी इस तकनीक के प्रयोग में काफी वक्त लग सकता है। भारत सरकार अभी “डिज़िटल इंडिया” द्वारा देश का डिज़िटल ढांचा ही मज़बूत करने में लगी हुई है, ब्लॉकचेन द्वारा देश में चुनाव करना लगभग एक दशक के बाद ही संभव हो पाएगा।

Exit mobile version