Site icon Youth Ki Awaaz

दहेज में बुलेट बाइक नहीं देने पर बिहार के रंजना की हत्या, पति ने बनाई फिल्मी स्क्रिप्ट

नोट– मामले की जानकारी के लिए YKA ने DSP सदर से बात की, और उन्होंने फोन पर जानकारी दी है कि आरोपी जेल भेज दिया गया है, यह पूछने पर कि क्या उसने मान लिया है कि हत्या उस ने की है, उन्होंने बताया है कि जेल गया है तो कुछ तो बात है ही।


बिहार में महिला सुरक्षा के नाम पर चौतरफा घिरी बिहार सरकार को एक के बाद घटनाओं से उभरने का मौका नहीं मिल पा रहा है। आरा के बिहिया में एक युवक के मौत के बाद आक्रोशित भीड़ ने आरोपी महिला को निर्वस्त्र कर शहर में घुमाया जिसके बाद सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी राजद के समर्थक ही बताए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बिहार के दरभंगा ज़िले में दहेज को लेकर एक नवविवाहिता की हत्या मामला सामने आया है।

मामला 18 अगस्त का है, घटना के बाद मृतका का एक पत्र भी सामने आया है जिसमें हत्या को लेकर पूर्व से की जा रही साज़िश का पर्दाफाश किया गया है। बिहार के मधुबनी ज़िले के जरैल गांव निवासी बिहार पुलिस में दारोगा पद पर कार्यरत भूपनारायण झा की पुत्री रंजना झा की शादी कुछ महीनों पहले 29 अप्रैल को दरभंगा ज़िले के ओझौल गांव निवासी बिहार पुलिस के सेवानिवृत्त अजय झा के पुत्र प्रभात झा से धूमधाम से सम्पन्न हुई थी।

लेकिन कुछ ही दिनों बाद ससुराल पक्ष से दहेज को लेकर नवविवाहिता को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया गया। मृतिका ने कुछ दिनों पहले अपने भाई के नाम एक खत लिखा था जिसमें ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा दहेज में बुलेट बाइक नहीं दिए जाने के कारण तरह-तरह की प्रताड़ना देने की बातें कही थी। जब तक मृतिका रंजना के परिजन इस मामले को सही से समझ पाते तब तक रंजना जिंदगी हार चुकी थी।

रंजना झा का शव

वहीं दूसरी तरफ रंजना की हत्या को लेकर ससुराल वालों ने एक ऐसी पटकथा लिखी जिसने एकबारगी पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। ससुराल वालों ने रंजना की मौत का कारण एक सड़क दुर्घटना बताया। रंजना के पति ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ घटना के दिन घूमने के लिए बाइक से निकला था। रंजना का पति जो कि फिलहाल पुलिस कस्टडी में है, उसने आईसीयू में इलाजरत होने के दौरान मीडिया को बताया कि वह घर से कुछ दूरी पर बाइक से दुर्घटना का शिकार हो गए। जिसमें उनकी पत्नी की मौत हो गई।

प्रभात झा ने कहा कि पत्नी रंजना के कहने पर उस रास्ते से दोनों शाम को घूमने के लिए निकले थे। इसी दौरान तेज़ रफ्तार भारी वाहन की चपेट में आने से रंजना की मौत हो गई साथ ही प्रभात झा ने बताया कि वह बाइक चला रहा था, सामने से गाड़ी आई और उसकी रोशनी से आंखे चौंधिया गई। जिसके कारण गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया। उसके बाद उन्हें अस्पताल में होश आया तो पता चला कि उसकी पत्नी रंजना की मौत हो गई है।

लेकिन रंजना के पति प्रभात झा के द्वारा बताए गए घटनाक्रम को लेकर लड़की के परिजनों का कहना है कि यह षड्यंत्र है। घटना के दिन सुबह से ही लड़की वालों के परिजन लगातार रंजना के ससुराल वालों को फोन कर रहे थे। लेकिन किसी ने भी फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। फिर अचानक शाम में इस बात की जानकारी दी गई कि रंजना की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। जब घटना की जानकारी मिली तो परिवार वाले रंजना के ससुराल पहुंचे जहां पर पुलिस की मौजूदगी में प्राथमिक अनुसंधान में यह पाया गया कि रंजना के पैर का पायल कमरे में क्षत-विक्षत पड़ा हुआ था वहीं टूटी हुई लहठीयां भी कमरे से बरामद हुई। जो कि इस बात की तरफ इशारा करती है कि मृतका रंजना के साथ पहले घर में मारपीट की गई उसके बाद हत्या कर शव को ठिकाने लगाकर घटना को दूसरा रूप देने के लिए दुर्घटना जैसी पटकथा का ताना-बाना बना गया।

घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर दुकान लगाने वाले लोगों ने पुलिस की छानबीन के दौरान बताया कि घटनास्थल से दौड़ते हुए एक युवक उनकी दुकान पर पहुंचा और बताया कि बाइक सवार दंपति की दुर्घटना हुई है। वहीं उस युवक ने दुकानदार को बिना पूछे यह भी बताया कि जिस गाड़ी की चपेट में दोनों आए हैं। उस गाड़ी के अगले हिस्से में मृतका रंजना का कपड़ा फस गया था। जो कि कुछ दूर तक घसीटते हुए चली गई। हालांकि यह सुनी सुनाई बातें हैं जो कि घटनास्थल से लौटे एक युवक ने दुकानदार को बताया। जिस व्यक्ति ने दुकानदार को इस बात की जानकारी दी वह व्यक्ति अब सामने नहीं आ रहा है।

वहीं दुकानदार ने पुलिस को बताया कि घटना होते हुए किसी ने नहीं देखा है बल्कि जो युवक घटना के बारे में हम लोग को जानकारी देने के लिए दुकान के पास पहुंचा व युवक उस दिन से गायब है। मृतका रंजना के पति के द्वारा दिए गए बयान के अनुसार जिस बाइक से दुर्घटना हुई है उस बाइक में ना तो किसी प्रकार की खरोचें हैं ना ही बाइक ड्राइव कर रहे रंजना के पति प्रभात झा के शरीर में किसी प्रकार की चोटें है। इसके बावजूद भी पति प्रभात झा ने खुद के बचाव के लिए अस्पताल में भर्ती करवा लिया।

मृतका के घरवालों की माने तो रंजना की हत्या एक षड्यंत्र है। जिसमें मृतका के पति सास, ससुर, ननद, ननदोई सहित पति के कई दोस्त भी शामिल हैं। सूत्रों व ग्रामीणों के अनुसार इस बात की शंका ज़ाहिर की जा रही है कि घटना के दिन शाम को रंजना के कपड़े में रंजना के ननद को प्रभात झा ने बाइक पर बिठाया व मुंह ढककर लोगों के बीच से भरी मार्केट से आगे की तरफ निकल गया। ताकि घटना को लेकर बुने गए पटकथा में लोग इस बात की पुष्टि करें कि प्रभात झा अपनी पत्नी के साथ बाइक से निकला था।

रंजना झा

वही जिस व्यक्ति ने इस बात की आशंका ज़ाहिर की है उसने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मृतका के पति प्रभात झा के दोस्त जो कि निकटतम एक गांव के रहने वाले हैं उन्होंने अपने चार पहिया वाहन से रंजना के शव को घटनास्थल पर पहुंचाया और उसी गाड़ी से रंजना के पति प्रभात झा को पहले तो डीएमसीएच दरभंगा ना ले जाकर डीएमसीएच के पास एवन नाम के अस्पताल में ले जाया गया जहां प्रभात झा का सीटी स्कैन किया गया। रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की चोटें या खरोंच की बातें सामने नही आई। इस आधार पर अस्पताल ने प्रभात झा को भर्ती लेने से इंकार कर दिया।

इसके बाद प्रभात झा दरभंगा के पारस अस्पताल पहुंचा जहां अस्पताल कर्मियों ने एवन अस्पताल के आईसीयू रिपोर्ट के आधार पर भर्ती लेने से इंकार कर दिया। आगे प्रभात झा ने अपने एक मित्र की मदद से आरबी मेमोरियल दरभंगा के आईसीयू वार्ड में खुद को भर्ती करवा लिया। जबकि सामान्य चोट भी प्रभात झा को नहीं आई थी। यह रंजना की हत्या को दूसरी दिशा देने के लिए लिखे गए पटकथा का एक हिस्सा मात्र था।

घटना के पहले दिन रंजना के पति व ससुर के बयान में भी अंतर देखा गया। रंजना के पति ने यह बताया कि रंजना का शव घटनास्थल से टेंपो से लाया गया था, जबकि रंजना के ससुर ने बताया कि शव चार पहिया वाहन से लाया गया था। घटना के बाद मामले में बहुत सारे ऐसे तथ्य सामने आए हैं जो पूर्णरूपेण इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि यह मामला घटना नहीं बल्कि सोची समझी साज़िश की तहत मर्डर है।

मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ चुकी है जिस आधार पर एसपी ने भी इस बात की तरफ इशारा किया है कि मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। फिलहाल पुलिस आरोपी पति को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। मृतका को न्याय दिलाने के लिए स्थानीय मिथिला स्टूडेंट यूनियन, दहेज मुक्त मिथिला सहित कई सामाजिक संगठन की पहल पर महिला आयोग भी सामने आया है। अब देखना यह होगा कि मृतका रंजना को इंसाफ कब तक मिल पाता है।

Exit mobile version