Site icon Youth Ki Awaaz

“सुशासन बाबू कहलाने के लिए और भी मुद्दे हैं, फिर शराबबंदी ही क्यों?”

नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

माननीय सुशासन बाबू ,

मैं बिहार के मुज़फ्फरपुर ज़िले से हूं और इन दिनों पढ़ाई के सिलसिले से बाहर आया हूं। मैं जब भी अखबारों में बिहार या अपने शहर से जुड़ी कोई खबर पढ़ता हूं, उन खबरों में शराबबंदी को लेकर प्रकाशित कई खबरें आम होती हैं। मैं जानता हूं मेरे जीते जी शराबबंदी का असर तो बिहार में दिख ही नहीं सकता। यहां शराबबंदी को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं होगी। सुशासन बाबू, हमें आपसे बस यही अनुरोध है कि हमारे और आपके बिहार में करने के लिए और भी बहुत से मुद्दे हैं जिन्हें आप अच्छे तरीके से कर सकते हैं। ना जाने जनता को क्यों ऐसा लग रहा है कि आप उन मुद्दों पर ध्यान देना ही नहीं चाहते। पहली बात तो यह है कि जनता ने आपकी स्वच्छ छवि को देख कर वोट दिया था लेकिन पता नहीं क्या वजह है इन दिनों सुशासन वाली आपकी छवि खराब हो रही है।

जनता ने बिहार में ‘बड़े भाई’ और ‘छोटे भाई’ की जोड़ी को वोट देने का काम किया था लेकिन पता नहीं अपने सिद्धांतों या फायदों को देखते हुए आपने पाला ही बदल लिया। चलिए कोई बात नहीं, मगर कम-से-कम अपनी गरिमा को ही देख लेते। आपकी आँखों के सामने मुज़फ्फरपुर में बच्चियों के साथ बालिका गृह में रेप व यौन शोषण हो गया। यहां तक कि मना करने पर लड़की को जान से मार कर उसी कैंपस में गाड़ दिया गया और आपकी प्रशासन तमाशा देखते रह गई। उसके दोषी ब्रजेश ठाकुर पर FIR दर्ज करने के लिए लोगो को कैंडल मार्च और धरना तक देना पड़ गया। ये शहर तो फिर भी आपके यहां से 70 किमी दूर है, मगर पटना जहां आपका रोज़ उठना -बैठना है, वहां भी आसरा गृह कांड हो गया।

सीतामढ़ी कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए संतोष झा पर ताबड़तोड़ फायरिंग से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। मुझे तो यह समझ नहीं आता कि ऐसे वक्त में आप और आपके प्रशासन खामोश क्यों थे। वैसे ही मुज़फ्फरपुर में पूर्व मेंयर समीर कुमार को दिन दहाड़े गोली से छल्ली कर दिया जाता है और आपको कोई फर्क नहीं पड़ता। यहां तक कि आपके प्रिय उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पितृपक्ष में अपराधियों से अपराध नहीं करने की अपील कर रहे हैं और एक आप हैं जो हर जगह शराबबंदी का ही नारा लगाये फिरते हैं।

आज आपके इस फैसले के कारण ही बहुत से बेरोज़गारों को अवैध धंधा करने का मौका मिल गया है, क्योंकि आपसे तो आपकी प्रशासन संभल नहीं रही है। कभी कोई पुलिस अधिकारी तो कभी कोई विधायक पीते हुए पकड़े जा रहे हैं। अभी तो एक और दिलचस्प खबर पढ़ने को मिली कि कैमूर ज़िले की एक गोदाम में रखी गई बियर की करीब 200 केन गायब हो गई और जब वहां के अधिकारियों से पूछा गया तब उन्होने सहजता से सारा आरोप मासूम चूहों पर लगा दिया।

सर आप से बस एक गुज़ारिश  है कि जनता ने जब आपके उपर विश्वास दिखाया है तब आप भी उनका आदर्श बनें। बिहार में हो रहे अपराध को रोकने का काम करें ताकि हम कहीं पर भी शान से बोल पाएं कि हमारा बिहार सुन्दर है।

आपका विश्वासभाजन

पुष्पजीत वर्मा

Exit mobile version