मेरा नाम सुरेश धाकड़ है और मैं पोहरी तहसील के राठखेड़ा गाँव का रहने वाला हूं। एक किसान होने के नाते मैं किसानों का शुभचिंतक भी हूं। मैंने अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत एक सरपंच के तौर पर की थी और आज ज्योतिरादित्य सिंधिया के आशीर्वाद से इस बार 24-पोहरी विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ने का अवसर मिला।
इससे पहले हमने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में एक परिवर्तन यात्रा का आयोजन किया, जिसमें हमने करीब 286 गाँवों में जाकर वहां के लोगों की समस्याओं को सुना और उन्हें हल करने के लिए प्रयत्न भी किया। इस परिवर्तन यात्रा के दौरान हमें पता चला कि भाजपा सरकार किस हद तक झूठ फैला रही है।
हमें लगभग 86-90 ऐसे ग्रामीण इलाके मिले जहां पर बिजली के खंभे ना होने की वजह ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि ग्रामीण अंधेरे में डूबे हुए हैं। इन सबके बीच उन गॉंवों में पानी की भी भारी किल्लत है। यह समस्या केवल इन गाँवों में नहीं बल्कि हर जगह देखने को मिल रही थी।
हमारे इलाके में स्वास्थ्य भी बड़ा मुद्दा है। बेहद खराब चिकित्सा व्यवस्था होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में केवल एक ही अस्पताल है जो कि काफी दूर है।
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान की कोई भी झलक हमारे क्षेत्र में नहीं दिखाई पड़ रही है। सरकार द्वारा जो राशि दी जा रही है, वह पर्याप्त नहीं है। इसके अलावा कई दफा शौचालय निर्माण के दौरान भ्रष्टाचार की घटनाएं आम बात है। ऐसी समस्याएं जब मैं देखता हूं तब जन-प्रतिनिधि होने के नाते मुझे बेहद दुख होता है।
अगर मुझे पोहरी विधानसभा का विधायक बनने का मौका मिलता है तब मैं सबसे पहले यहां रहने वाले किसानों की मदद करूंगा, क्योंकि पोहरी एक किसान प्रधान क्षेत्र हैं। मैं किसानों का पूरा कर्ज़ माफ कर दूंगा। यही नहीं, बल्कि बिजली बिल भी आधा कर दूंगा।
शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्कूलों को अंग्रेज़ी माध्यम करूंगा जिससे ग्रामीण इलाकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा हासिल करने में कोई दिक्कत ना हो। जनता का सेवक होने के नाते इन चीज़ों को करना मेरी प्राथमिकताओं में शुमार होगा। क्षेत्र में रहनें वाले लोगों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए पोहरी में अस्पताल का निर्माण कराऊंगा। स्वच्छता को बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी।
मैं देश के युवा वोटरों से अपील करना चाहता हूं कि वे इस बार विकास के आधार पर वोट दें, क्योंकि विकास के बिना परिवर्तन की कल्पना नहीं की जा सकती है। मौजूदा वक्त में नेताओं द्वारा झूठे वादे किए जाने के बीच मैं इतना ज़रूर कहूंगा कि एक बार अपना महत्वपूर्ण वोट मुझे दें, ताकि आपकी बेहतरी के लिए हर संभव कोशिश कर सकूं।