Site icon Youth Ki Awaaz

“मॉं के गुज़र जाने के बाद पापा ने मेरे प्राइवेट पार्ट को छूने की कोशिश की”

जब पापा ने शोषण करने की कोशिश की

जब पापा ने शोषण करने की कोशिश की

किसी भी लड़की की ज़िन्दगी में पिता की एक अलग ही अहमियत होती है। लड़की चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जाए लेकिन एक पिता के लिए वो हमेशा लाडली ही होती है। कुछ अपवाद ऐसे होते हैं जहां पिता और बेटी के बीच शर्मसार करने वाली बातें सामने आती हैं। उन्हीं अपवादों में से एक है रौशनी और उसके पिता की कहानी। अभी हाल ही में रौशनी नाम की एक लड़की से मेरी बात हुई जिसने अपने पिता को लेकर कई ऐसी बातें बताई जो बेहद शर्मनाक है।

वैसे तो हर लड़की अपने पिता से बेइंतहा प्यार करती है लेकिन रौशनी उन लड़कियों में से नहीं थी। अतीत की कड़वी यादों ने उसके और पिता के बीच नफरत की दीवार खड़ी कर दी थी। रौशनी मुझे बताती है कि सम्मान तो छोड़िये मुझे पापा के साथ एक घर में रहने में  भी घबराहट होती है।

रौशनी आगे कहती हैं कि मेरी मॉं अब इस दुनिया में नहीं रही लेकिन जब वो ज़िंदा थीं तब हर रोज़ मेरे पापा बुरी तरह से मॉं की पिटाई करते थे। इसके बावजूद भी मुझे पापा से कोई शिकायत नहीं थी लेकिन उस रात उनकी हरकत की वजह से मैं उनसे नफरत करने लगी हूं। वो रात मेरे जीवन की सबसे काली रात है जब पापा ने मेरे भाई से कहकर मुझे अपने कमरे में  बुलवाया और कहा कि आज मैं बहुत अकेला महसूस कर रहा हूं, क्या तुम इस कमरे में मेरे साथ थोड़ी देर रह सकती हो?

इसी कड़ी में वो बताती हैं, “मॉं के मरने के बाद घर के सभी लोग सदमे में थे इसलिए मुझे लगा कि पापा चाहे मॉं के साथ कितने भी ज़ुल्म करते हो लेकिन अचानक हुई मौत से उनको दु:ख पहुंचा होगा। तभी वो ऐसी बात कर रहे हैं। मुझे मेरे पिता के दर्द का एहसास था इसलिए मैंने उन्हें समझाते हुए कहा कि मॉं की मौत को टालना हमारे हाथ में कहां था। इतना कहते ही उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर अपने करीब बैठा दिया। इससे मैं काफी असहज हो गई, क्योंकि मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी।

पापा ने मेरे द्वारा विरोध किए जाने के बाद भी रिश्तों की मर्यादा को लांघते हुए मेरे प्राइवेट पार्ट को छूने की कोशिश की।

रौशनी बताती हैं कि आगे भी कई ऐसे मौके आए जब पापा ने मेरे साथ गलत करने की कोशिश की। एक दफा तो परेशान होकर मैंने मन बना लिया था कि अब मैं आत्महत्या कर लूंगी लेकिन मेरे दोस्तों ने मुझे ऐसा करने से रोका और मैं अपनी पढ़ाई पूरी करने में लग गई।

रौशनी की आंखों के आंसू उसके दर्द की कहानी है लेकिन इस देश में कई ऐसे मामले भी आए हैं जहां पिता ने बेटी के साथ बलात्कार भी किया है। आशा है रौशनी की कहानी से उन लड़कियों को हिम्मत ज़रूर मिलेगी।

Exit mobile version