Site icon Youth Ki Awaaz

कविता: माही वोट नहीं देगा अब उन जैसे शैतानों को

भीड़

70 सालों से लूट रहे जो भारत देश के लोगों को

  माही वोट नहीं देगा अब उन जैसे शैतानों को।

 

 गुंडों और लुटेरों की टोली का खेल निराला है

फिर 5 साल तक जनता का निकलेगा रोज़ दिवाला है।

 

दो महीनों तक वोट मांगते

बाद चुनाव के ये सब अंबानी से दिखते हैं।

 

ये गुंडे जो नहीं जीते, वो गुंडा ही जीतेगा

भोले-भाले से नेताजी वोट मांगने आते हैं।

 

फिर 7 पीढ़ी तक बैठे-बैठे इनके बच्चे खाते हैं

वादा एक ना पूरा होगा, बस बातें ही हो पाएंगी।

 

भारत रोएगा जब तक कि जनता यूं ही सोएगी

सारे पुराने वादों का हिसाब, जब तक मैं नहीं लूंगा,

मुझे कसम है भारत की, मैं तब तक वोट नहीं दूंगा।

Exit mobile version