उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी विधानसभा से बीजेपी के विधायक चौधरी उदयभान सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो किरावली की एसडीएम सुजाता सिंह को धमकाते नज़र आ रहे हैं। स्थानीय सूत्रों की माने तो किरावली में कुछ किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे और विधायक उदयभान उनसे मिलने पहुंचे पहुंच गए।
इस दौरान एसडीएम भी वहां पहुंचीं और फिर किसानों की मांगों को लेकर विधायक एसडीएम से भिड़ गए। वीडियो में दिख रहे उनके अंदाज़ को देखकर कहा जा सकता है कि विधायक जी अपनी दबंग छवि को पुख्ता करने के प्रयास में लगे थे। विधायक के शब्द कुछ इस प्रकार थे, “आप मेरे से हेकड़ी में बात करेंगी? आपको मालूम नहीं है मैं एक विधायक हूं। मेरी ताकत का एहसास नहीं है आपको। लोकतंत्र की ताकत को जानती नहीं हैं आप?”
इसके नेताजी के समर्थकों की भीड़ एसडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाने लगी। जनता की समस्याओं के लिए व्यवस्था से लोहा लेना अच्छी बात है लेकिन खुद को दबंग साबित करने के लिए अपनी ही सरकार की व्यवस्था को भंग करने के लिए मैदान में आ जाना अराजक है।
विधायक के ईगो के विवाद में गायब हो गई किसानों की मांग
उदयभान सिंह एसडीएम से भिड़े और वीडियो वायरल होने के बाद चारों तरफ उनकी किरकिरी हो रही है। तमाम लोग इस मसले पर लिख रहे हैं लेकिन जिन किसानों की मांगों का समर्थन करने विधायक पहुंचे थे, वे मांगें कहीं भी नज़र नहीं आ रही हैं। मैंने क्षेत्र के तमाम लोगों से इस मसले पर बात की तो सबने विधायक और एसडीएम की कहासुनी के अलावा अन्य कोई जानकारी नहीं दी। मामले ने जब ज़रो पकड़ा तब विधायक ने अपनी सफाई में कहा है कि एसडीएम उनकी बेटी जैसी हैं।
पक्ष-विपक्ष और निष्पक्ष की इस लड़ाई में हम इसे दुर्भाग्य कह सकते हैं कि किसानों की समस्या से शुरू हुए विवाद में सब कुछ है लेकिन किसानों की समस्याएं ही गायब हैं।
बहुत से लोगों से बात करने के बाद जो जानकारी मिली उसके अनुसार तहसील में खराब मौसम के चलते बर्बाद हुई फसलों के लिए मुआवज़ा बांटा जा रहा था जिसे लेकर कुछ किसानों का कहना था कि नुकसान के आंकलन में प्रशासन द्वारा मनमानी की गई है। मुआवज़े की प्रक्रिया को लेकर भी लोगों में नाराज़गी थी।
फोटो साभार: Shining India Twitter