मेरा और वे बहुत से लोग जिनका जन्म 90 के दशक में हुआ है वो आज के नेटफ्लिक्स और अमेज़न की वेब सीरीज़ को एकदम चौंका देने वाला समझते हैं। भारत में जब से इन वेब सीरीज़ का चलन हुआ है तब से लगभग हर वर्ग के लोग इससे जुड़ गए हैं। अगर सबसे ज़्यादा जुड़ाव की बात करें तो युवा वर्ग इसे ज़्यादा पसंद करता है।
इंटरनेट की क्रांति के बाद वेब सीरीज़ भी एक क्रांति से कम नहीं है। अगर बात करें तो कहां हम टेलीविजन पर आए नाटक में उलझे रहते हैं जो कि लगभग एक जैसी कहानी और एक जैसे पात्र हुआ करते थे। यह नाटक सालों साल चलते रहते थे और कहानी कभी भी आगे नहीं बढ़ा करती थी और ना ही कुछ अच्छा व नया परोसा करती थी।
अगर एक शब्द में बयान करूं तो हमारी ज़िन्दगी नीरस हो चुकी थी। इस नीरस सी ज़िन्दगी में दौर आया वेब सीरीज़ का, जिनके ऐपिसोड्स ज़्यादा नहीं हुआ करते और इनके पात्र आपको अपनी जगह से कहीं हिलने नहीं देते हैं।
वेब सीरीज़ में मुख्य रूप से अनुराग कश्यप की ‘सेक्रेड गेम्स’ खूब चर्चा में रही और देशभर में वाहवाही भी लूटी। यह विक्रमचंद्रा के उपन्यास पर आधारित है जो 2006 में प्रकाशित हुई थी। उसके बाद आई ‘लस्ट स्टोरीज़’ जो कि कारण जोहर, ज़ोया अख्तर, अनुराग कश्यप व दिबाकर बैनर्जी द्वारा निर्देशित की गई थी।
इस वेब सीरीज़ में नई व खास बात यह भी देखी गई कि यह 4 औरतों की कहानी थी और यह कुछ नया इसीलिए भी थी क्योंकि इसमें औरतों की सेक्सुअलिटी यानी उनकी सेक्स को लेकर क्या राय है उसपर चर्चा की गई। अगर देखा जाए तो आपको वेब सीरीज़ में वे कहानियां मिलेगी जो अक्सर हिन्दी सीरियल्स में नज़रअंदाज़ की जाती हैं।
वेब सीरीज़ में हर कहानी अपनी जगह बनाती है, जिसमें हर किरदार हमारे समाज से जुड़ा हुआ होता है। पुराने नाटकों में हम लेस्बियन व गे रिश्तों को सिरे से खारिज़ कर दिया करते थे लेकिन आज अगर देखें तो वेब सीरीज़ में इनकी भी कहानियां दिखाई जाती हैं और वह भी खूबसूरत अंदाज़ से।
अब बात करते हैं वेब सीरीज़ में ज़बरदस्ती की गालियों पर और उसमें दिखाए जाने वाले सेक्स सीन्स की जो कि गैरज़रूरी से लगते हैं। जैसे हम देखते हैं कि सिगरेट व शराब के सीन्स पर एक चेतावनी आती है वैसे ही ऐसे सीन्स पर भी आने चाहिए। कहानियों की बात करें तो यहां औरतें मज़बूत दिखाई गई हैं और उनकी सेक्सुअलिटी और उनकी ज़रूरतों पर बात की गई है लेकिन सेक्स सीन्स बेहद भद्दे लगते हैं और उसमें एक हिंसात्मक पद्धति नज़र आती है। जितने भी निर्देशक हैं उन्हें अगर कोई कहानी दिखानी है तो उन्हें हिंसात्मक सेक्स सीन्स से बचना चाहिए।
नेटफ्लिक्स और अमेज़न ने हमारे देखने के तरीकों को पूरी तरीके से बदल दिया है। आज हम देखें तो बॉलीवुड के सितारे भी वेब सीरीज़ करना चाहते हैं क्योंकि यह सबसे अच्छा माध्यम बन गया है कि वह लोगों से अपने आपको जोड़ सके।
इन सीरीज़ को हम कभी भी देख सकते हैं क्योंकि यह इंटरनेट के माध्यम से सरलता से उपलब्ध है और हमें यह अलग-अलग विकल्प देती है और यह सबसे मजे़दार बात है। यह एक बहुत अच्छा कदम है जो कि सभी लोगों के दिलों में अपनी जगह बना पाया है। चाहे वो सेक्रेड गेम्स के किरदार हो या मिर्ज़ापूर के, दोनों ही खूबसूरती से अपनी जगह बना पाए हैं।
वेब सीरीज़ की सबसे अनूठी बात यह भी है कि औरतों के किरदार पर काम किया गया है चाहे वो सेक्रेड गेम्स की राधिका आप्टे का किरदार अंजलि माथुर हो या लस्ट स्टोरीज़ में कियारा आडवाणी का किरदार मेघा हो, ये दोनों निश्चय ही प्रशंसा के पात्र हैं। निश्चय ही वेब सीरीज़ टेलीविज़न से बेहतर और अच्छा विकल्प है, जहां आपको दुनियाभर के शोज़, कहानियां व किरदार मिल जाते हैं।
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