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क्या चुनावी साज़िश के तहत JNU मामला उछाला जा रहा है?

कन्हैया कुमार

कन्हैया कुमार

जेएनयू में 9 फरवरी 2016 को कथित तौर पर लगाए गए देश विरोधी नारेबाज़ी मामले में दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में कन्हैया कुमार समेत 10 लोगों पर चार्जशीट दायर किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कन्हैया कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 124ए, 323, 143, 149 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वही, उमर खालिद के खिलाफ राजद्रोह के साथ-साथ आईपीसी की धारा 124ए, 323, 465, 471, 143, 147, 149 और 120बी लगाई गई है। चार्जशीट में कश्मीर के रहने वाले सात छात्रों आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईस रसूल, बशरत अली, खालिद बशीर भट्ट के नाम भी शामिल हैं।

गौरतलब है कि पुलिस ने चार्जशीट का आधार सीएफएसएल लैब की जांच रिपोर्ट को बताया गया है। पुलिस के मुताबिक लैब की जांच में नारेबाज़ी से जुड़े कुछ सही वीडियोज़ पाए गए हैं लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पुलिस को चार्जशीट दाखिल करने में 3 साल का लंबा वक्त क्यों लग गया?

चुनाव से पहले अपने आका को खुश करने और मोदी विरोधियों को फंसाने में एक्स्पर्ट पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दिया है। अब सभाओं में ताली पीटकर सबको देशद्रोही घोषित करेंगे मोदी जी।

आपको बता दें कि पूर्वी दिल्ली के बीजेपी सांसद महेश गिरी और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिकायत पर वसंत कुंज थाने में 11 फरवरी 2016 को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 124ए और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। फोटो साभार: Getty Images

ऐसे में क्या यह मान कर चला जाए कि मोदी जी साज़िश के तहत 2019 लोकसभा चुनाव में विकास को छोड़कर काँग्रेस, नेहरू, राम मंदिर, शमशान-कब्रिस्तान, देशभक्ति और अब कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य को ही अपना चुनावी मुद्दा बनाएंगे। खैर, इस पर मैं चंद पंक्तियां कहना चाहता हूं।

विकास तो हुआ नहीं

अच्छे दिन आए नहीं,

स्मार्ट सिटी बनी नहीं

नोटबंदी असफल साबित हुई।

महिला सुरक्षा हुई नहीं

सफाई अभियान चला नहीं,

भ्रष्टाचार थमा नहीं

अपराधी नेता जेल गए नहीं।

15 लाख जनता को मिला नहीं

कालाधन दिखाई दिया नहीं,

किसानों की आत्महत्या रुकी नहीं

किसानों की कर्ज़माफी हुई नहीं।

विदेश नीति फेल साबित हुई

महंगाई ज़्यादा हुई और

रोज़गार मिला नहीं।

ऐसे हज़ारो मुद्दे हैं जिन पर मोदी सरकार फेल साबित हुई और इसी कारण वह अब ऐसे मुद्दे उठा रहे हैं जिससे समाज में नफरत का माहौल बने। वह चाहते हैं कि जनता विकास पर नहीं भावनाओं में बट जाए, जिसका फायदा उन्हें मिले।

मेरी जनता से अपील है कि आप देश हित में सोचें और आने वाले लोकसभा चुनाव में किसान, बेरोज़गारी और बढ़ती मंहगाई पर वोट दें। एक ऐसा प्रधानमंत्री चुने जो जुमले नहीं फेंके बल्कि काम करें। विदेश नहीं घूमे बल्कि विदेश नीति ठीक करे। भाषणबाज़ी ना करके देश की परेशानियों को समझे और उस पर सही काम करें। सिर्फ हिन्दुत्व का ढोंग ना करें बल्कि सभी मज़हब को समान नज़रों से देखें।

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