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घूस देकर चालान से बचने की प्रथा पर एक ट्रैफिक पुलिस का इंटरव्यू

ट्रैफिक पुलिस

ट्रैफिक पुलिस

अक्सर हम रोज़मर्रा की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में इतनी जल्दी में होते हैं कि अपनी ज़िन्दगी से ही खिलवाड़ कर बैठते हैं। कभी हेलमेट ना लगाकर, कभी ट्रैफिक रूल्स तोड़कर तो कभी रेलवे क्रॉसिंग में ट्रेन का इंतज़ार ना करते हुए बैरिकेडिंग के बीच से जल्दी निकलने की जद्दोजहद में लगे रहे हैं।

क्या आप एक बार भी नहीं सोचते कि ज़रा सी सावधानियां ना बरतने से आप अपनी ज़िंदगी से खेल कर रहे होते हैं। कभी अपनी जान गवां कर तो कभी गंभीर रूप से चोटिल होकर। आप दुनिया के लिए सिर्फ एक मामूली इंसान हैं लेकिन अपने परिवार के लिए उनकी पूरी दुनिया हैं।

कार में सफर करते वक्त आप बेल्ट लगाना उचित नहीं समझते क्योंकि यह खुद से आपको बांधे रखती है मगर ध्यान रखिए यह आपके लिए सुरक्षा घेरे का काम करती है।

आज कल के युवा हेलमेट लगाना नहीं पसंद करते क्योंकि शायद इसे पहनने से उनकी हेयर स्टाइल खराब हो जाती है। वे यह नहीं समझते कि अगर जीवन ही नहीं बचेगा तब हेयर स्टाइल का क्या करेंगे? सिर्फ दिखावे की वजह से अपनी ज़िंदगी से खिलवाड़ कर जाते हैं।

अपनी जिंदगी से खिलवाड़ करने से पहले एक बार ज़रूर सोचिएगा कि आपको जीवन देने वाली माँ, कंधों पर आपका भार सहने वाले आपके पिता, आपकी कलाई पर राखी बांधने वाली आपकी बहन, आपके नाम का सिंदूर अपने माथे पर सजाने वाली आपकी पत्नी और आपकी लोरी सुनकर सोने वाली आपकी बेटी घर पर टकटकी लगाए हुए आपका इंतज़ार कर रही होती है।

नोट: तस्वीर प्रतीकात्मक है। फोटो साभार: यूट्यूब

आप हेलमेट नहीं लगाते हैं और सोचते हैं कि पुलिस वाले को कुछ रिश्वत देकर छूट जाएंगे लेकिन आप यह नहीं जानते कि आप खुद के साथ धोखा कर रहे हैं। पुलिस वाला तो आपको सुरक्षा के मापदंडों के कारण रोकता है। इसी तरह गाड़ी का चालान काटते वक्त भी आप पुलिस वाले को 100 रुपये  रिश्वत देकर 400 रुपये बचा लेते हैं जिससे कि आरटीओ से चालान ना छुड़वाना पड़े।

हेलमेट को आप महत्व नहीं देते हैं लेकिन शायद आपको नहीं पता कि यह आपके लिए रक्षा कवच का काम करता है। अगर आपका एक्सीडेंट हो भी जाता है, फिर भी यह आपके मस्तिष्क के भाग को सुरक्षित रखता है।

अगर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचना चाहते हैं तब अपनी रफ्तार को नियंत्रित रखिए। हेलमेट, सीट बेल्ट और बैरिकेडिंग आपकी सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं, इन्हें प्राथमिकता दीजिए। इन्हें कभी भी वैकल्पिक वस्तु मत समझिए। आप जितना महत्व इन वस्तुओं को देंगे उतना ही यह वस्तुएं आपके जीवन को सरल एवं दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाएंगी।

बहरहाल, इस देश में कई दफा ट्रैफिक पुलिस पर यह आरोप लगता है कि वे चालान ना काटकर लोगों से रिश्वत ले लेते हैं। मैंने इसी कड़ी में एक ट्रैफिक पुलिस के समक्ष कुछ प्रश्न रखे जो आपसे साथ साझा कर रही हूं।

नाम- राजेन्द्र कुमार

पोस्टिंग- कानपुर

प्रश्न 1- जब सड़क पर आपको कोई बिना हेलमेट पहने ड्राइविंग करते हुए दिखता है तब आप उसका चालान काटते हैं या उसे कुछ सुझाव देकर जाने देते हैं?

उत्तर- हम हिदायत देते हैं कि हेलमेट लगाकर चलो। बाकी चालान ट्रैफिक इंस्पेक्टर ही काटते हैं।

प्रश्न 2- कम उम्र के बच्चे जब ड्राइविंग करते दिखाई देते हैं तब आप ड्राइविंग लाइसेंस चेक करते हैं या उन पर कार्रवाई करते हैं?

उत्तर- इस प्रकिया में ऑफिसर का होना अनिवार्य है।

प्रश्न 3- अगर कोई व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी चला रहा होता है तब क्या आप कार्रवाई करते हैं या कुछ पैसे लेकर उन्हें जाने देते हैं?

उत्तर- ट्रैफिक इंस्पेक्टर हमें जो आर्डर देते हैं, हम वही करते हैं। समय-समय पर कार्रवाई भी करते हैं और जुर्माना भी लगाते हैं।


 

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