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क्या भगवा आतंकवादी मुसलमानो को बदनाम कर के खुद आतंक फैला रहें ,

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आर.एस.एस. और भाजपा जिन कार्यों के लिए सिमी, तालिबानियों और नक्सलियों को आतंकवादी कहते हैं, उन्हीं गतिविधियों और कार्यों के लिए ख़ुद को आतंकवादी कहा जाना उन्हें पसन्द क्यों नहीं?

आइए जानते हैं भगवा आतंकवाद के बारे में

भगवा आतंकवाद का सबसे पहला प्रयोग अंग्रेज़ी में सन् २००२ में, फ़्रंटलाईन (Frontline) नामक अंग्रेज़ी पत्रिका के एक लेख में, गुजरात दंगे को संबोधन करने के लिए हुआ था। लेकिन इस शब्द का अधिक प्रयोग २९ सितंबर सन् २००८ के मुंबई के मालेगाँव धमाके के बाद हुआ क्योंकि जांच के सिलसिले में धमाके से संबद्धित, कथित तौर पर, एक हिन्दू संगठन से जुङे लोगों को गिरफ्तार किया गया। गांधी का एकलौता हत्यारा नाथूराम गोडसे १९४० तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य थे।

६ दिसंबर सन् १९९२ को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, १,१५,००० विश्व हिंदू परिषद और  भारतीय जनता पार्टी के कार सेवकों ने बाबरी मस्ज़िद के सामने एक रैली का आयोजन किया। इस रैली में उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी, लाल कृष्ण आडवाणी जैसे प्रमुख हिन्दू राष्ट्रवादी नेताओं ने भाषण दिया था। वे अभी भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं में से हैं। सूभाष गटाडे के अनुसार, बाबरी मस्ज़िद विध्वंस हिन्दूत्व आतंकवाद की मिसाल है।

हिन्दू राष्ट्रवादी दल, जिन पर भगवा आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने का या समर्थन देने के आरोप लगे हैं, उनको राजनीतिक पार्टी से कथित तौर पर राजनीतिक मदद या तो फिर खुला समर्थन मिलता है।

भारतीय जनता पार्टी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनता पार्टी जैसे राजनीतिक पार्टी से अपने ऊपर भगवा आतंकवादी गतिविधियों के समर्थन का आरोप मिटिने हेतु राजनीतिक मदद माँगती है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को राजनीतिक मदद मिलती भी है। विश्व हिंदू परिषद जैसे दलों को भी मिलता है भारतीय जनता पार्टी से राजनीतिक मदद।हिन्दू राष्ट्रवादी दलों को राजनीतिक मदद देने से वोटरों में फूट डालना आसान  होता है, जिसके कारण चुनाव में फायदा हो सकता है। बाबरी मस्ज़िद विध्वंस में कई भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों का हाथ था। २००८ के मालेगाँव धमाके की आरोपी साधवी प्रग्या सिंघ ने भारतीय जनता पार्टी के लिए गुजरात में चुनाव अभियान चलाया था

हिन्दू उग्रवादी संगठनों पर कई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने का आरोप लगा है, जैसे २००६ मालेगाँव धमाके, मक्का मस्जिद धमाका (हैदराबाद), समझौता एक्सप्रेस धमाका और  अजमेर शरीफ दरगाह धमाका।

 

https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AD%E0%A4%97%E0%A4%B5%E0%A4%BE_%E0%A4%86%E0%A4%A4%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6

भगवा आतंकवाद‘ (NIA) द्वारा हाल ही में जारी की गई एक लिस्ट में ऐसे 10 लोगों के नाम शामिल हैं जिनके तार संघ या अन्य हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े हैं।

 

1-सुनील जोशी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता। 90 के दशक से लेकर 2003 तक मध्य प्रदेश के महु और देवास में सक्रिय। समझौता एक्सप्रेस कांड और अजमेर शरीफ की दरगाह पर हुए धमाकों के आरोपियों की फेहरिस्त में नाम शामिल।

2-संदीप डांगे
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक हैं और 90 के दशक से 2006 तक महु, इंदौर, उत्तरकाशी और साझापुर में सक्रिय रहे हैं। इनपर समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद और अजमेर धमाकों की साजिश में शामिल होने का आरोप है। फिलहाल फरार।

3-लोकेश शर्मा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाहक। देवगढ़ में घर। समझौता एक्सप्रेस कांड और मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया।

4-स्वामी असीमानंद
90 के दशक से 2007 तक गुजरात के डांग स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा वनवासी कल्याण परिषद से जुड़ाव। समझौता एक्स्प्रेस, मक्का मस्जिद और अजमेर धमाकों में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है।

5-राजेंद्र (उर्फ समुंदर)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वर्ग विस्तारक रहे। समझौता एक्सप्रेस और मक्का मस्जिद धमाके के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।

6-मुकेशवासानी
गोधरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रहे। अजमेर ब्लास्ट में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया है।

7-देवेन्द्र गुप्ता
महु और इंदौर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। अजमेर ब्लास्ट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।

8-चंद्रशेखर लेवे
2007 में शाहजहांपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे। मक्का मस्जिद ब्लास्ट में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया जा चुका है।

9-कमल चौहान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक। समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद और अजमेर धमाकों की साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।

10-रामजीकाल संगरा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोगी। समझौता एक्सप्रेस कांड और मक्का मस्जिद ब्लास्ट में शामिल होने का आरोप है। फिलहाल फरार।

और इनकी हरकत देख कर ही सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने वर्ल्ड फैक्टबुक में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल को ‘धार्मिक आतंकवादी संगठन’ करार दिया था.https://hindi.news18.com/news/world/cia-says-vihip-and-bajrang-dal-religious-militant-organization-1416087.html

मुंबई. डोम्बिवली में भाजपा के पदाधिकारी की दुकान से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। इनमें तलवारें और बंदूकें शामिल है। कल्याण क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर रेड की थी। आर्म्स एक्ट में केस दर्ज कर देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। कुलकर्णी के घर से कुल 180 हथियार जब्त किए गए हैं।

गिफ्ट आइटम के नाम पर खरीदता था हथियार: 49 वर्षीय धनंजय कुलकर्णी कल्याण से भाजपा के उपाध्यक्ष हैं। कुलकर्णी पर आरोप है कि वे गिफ्ट आइटम के नाम पर  खतरनाक हथियारों की खरीदारी कर रहा था। 

https://www.bhaskar.com/maharashtra/mumbai/news/bjp-official-arrested-for-storing-weapons-illegally-in-gift-shop-at-dombivali-01478161.html

एक भयमुक्त, आतंकमुक्त समाज के निर्माण का काम भी वही कर सकता है जिसने इस दुनिया का निर्माण किया है यानी कि मेहनत-मशक्कत करने वाले लोग। जिस दिन ये लोग पूरी दुनिया पर अपने अधिकार का दावा लेकर एक सही क्रान्तिकारी नेतृत्व में उठ खड़े होंगे उस दिन पूँजी के चौधरियों की यह नपुंसक राजसत्ता कब्र में दफन कर दी जायेगी। जब श्रम करने वाले लोग समाज, राजनीति और सत्ता पर काबिज़ हो जायेंगे, केवल तभी एक ऐसे सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक ढाँचे का निर्माण हो पायेगा जब हर आदमी या औरत पूरी तरह सुरक्षित और स्वतन्त्र हो सकेगा। http://www.bbc.co.uk/blogs/hindi/2010/09/post-126.html

इसलिए आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता , इसलिए मुसलमानो को आतंकवाद से जोड़ कर नहीं देखना चाहिए,खासतौर से भाजपा के नेताओं को , और हम सभी को आतंकवाद के विरुद्ध में खड़ा होना चाहिए , चाहे वह किसी भी धर्म का क्यों न हो , हमें अपने देश को बचाना हर भारतवासी का फ़र्ज़ है i जय हिन्द  

Writing by- Md.Sher Ali (Author)

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