अब कांग्रेस खुलकर सामने आ गई है, अपने घोषणा पत्र में उसने स्वीकार लिया है कि वो गद्दारों, आतंकवादियों के साथ है, उनका समर्थन करती है,अतः वो गद्दारी का कानून खत्म कर देगी,कश्मीर से सेना हटाएगी,आफस्पा कानून हटाएगी,370 को कभी हटने नहीं देगी,आतंकवादियों से बातचीत करेगी और सुरक्षा बलों पर पाबंदी। और भारतके दुश्मनों की मदद करने के लिए, सत्ता हासिल करने के लिए उसने उस लालच को हथियार बनाया है, जिसमें फँसने वाले भारतीयों को असल में कुछ भी हाथ नहीं लगेगा।
कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह देश के सबसे गरीब पाँच करोड़ परिवारों को 72000 रूपये सालाना मुफ्त बाँटेगी। पर —
–वास्तविकता में ये सबसे गरीब वर्ग, अपनी गरीबी के ही कारण वोट देने कभी नहीं जा पाता।
–तो इस लालच और खुशफहमीमें फँस कर कि अब मुझे 72000 मिलेगा, ये सोचकर कांग्रेस को वोट देने वाला वर्ग तो इस योजना का पात्र ही नहीं होगा, अतः इस वर्ग को असल में कुछ भी नहीं मिलेगा।
–असल में इस रकम का बडा़ हिस्सा आतंकवादियों, रोहिंग्याओं, बांग्लादेशियो,देशद्रोहियों, और कांग्रेसियोंकी जेब में जाएगा।
–क्या कहा पैसा सीधे अकाउन्ट में जमा होगा! हा! हा! हा! आइए समझें — पैसा खाते में जाएगा, पर किस खाते में जाएगा, ये कैसे तय होगा, आप ही को घोर गरीब कैसे चुना जाएगा? एक बार फिर घूसखोरी और कांग्रेसी, रोहिंग्याओं, बांग्लादेशी गद्दारों की लाबी तय करेगी कि घोर गरीब कौन है? ये तय करने के लिए कि आपको घोर गरीब चुना जाकर आपके खाते में 72000 आ जाएँ, वो आपसे पचास-पचचन हजार घूस में झटक लेंगे।
–या ये पैसा कांग्रेसी लाबिस्टों के जरिए आतंकवादियों और गद्दारों के पास पहुँच जाएगा।