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सुनिए टिक-टॉक बैन पर क्या कह रहे हैं बुंदेलखंड के युवा

टिक टॉक ऐप

टिक टॉक ऐप

चीनी सोशल मीडिया ऐप ‘टिक-टॉक पर बैन लगने के बाद देशभर के युवाओं में खासा नाराज़गी का मंज़र दिखाई पड़ रहा था। यह ऐप बीते कुछ वक्त में इतना मशहूर हो गया था कि क्या बच्चे, बूढ़े और क्या युवा वर्ग, हर कोई इस प्लैटफॉर्म के ज़रिये अपना टैलेंट दिखाते थे।

अचानक से इस ऐप को भारत में बंद करने की खबर से हर तरफ चर्चा का बाज़ार काफी गर्म हो गया। हालांकि अब टिक-टॉक से बैन हटा लिया गया है।

मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने इस वीडियो शेयरिंग ऐप से बैन हटाने का फैसला लिया है। टिक-टॉक की तरफ से अरविंद दातर ने कोर्ट में यह तर्क दिया है कि ऐसी कोई भी व्यवस्था नहीं हो सकती है, जो वैधानिक रूप से मान्य हो लेकिन न्यायिक रूप से पूर्ण ना हो। उन्होंने यह भी कहा कि इस ऐप को बैन करना समाधान नहीं है। यूज़र्स की राइट सुरक्षा करना ज़रूरी है।

इन सबके बीच देखिए वह वीडियो जब टिक-टॉक ऐप के भारत में बैन होने के बाद खबर लहरिया द्वारा कुछ युवाओं से बात करते हुए मामले पर उनकी राय ली गई।

देखें वीडियो-

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