आप जानते हैं कि भविष्यवाणी करना काफी कठिन काम है और जब बात भारत के चुनावों की हो तब तो बड़े-बड़े विश्लेषक भी भविष्यवाणी करने से डरते हैं फिर भी पिछले दिनों जो सर्वेक्षण सामने आ रहे हैं और मैं खुद भी जितने लोगों से मिला हूं, उसके आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि इस बार के लोकसभा चुनावों में निश्चित रूप से वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शानदार वापसी करने जा रहे हैं।
काँग्रेस और भाजपा सहित सभी प्रमुख दलों का घोषणापत्र सामने आ चुका है। अगर हम दोनों दलों के घोषणापत्रों की तुलना करें तो स्पष्ट हो जाता है कि जहां भाजपा के पास दूर दृष्टि और भारत के तीव्र विकास का पूरा खाका है, वहीं काँग्रेस के पास सिर्फ झूठ, लालच और फरेब है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आतंकवाद और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए मोदी का जीतना ज़रूरी है।
पिछले दिनों तीन राज्यों में काँग्रेस की वापसी होने के बाद उसके कामकाज से जनता के सामने यह प्रकट हो चुका है कि काँग्रेस सिर्फ झूठे वादे करती है। उन तीनों राज्यों में काँग्रेस ने जनता के साथ ज़बरदस्त धोखा किया है।
काँग्रेस पार्टी राजद्रोह को अपराध नहीं मानती और उसने अपने घोषणापत्र में राजद्रोह की धारा को समाप्त करने का वादा किया है। इसी तरह काँग्रेस ने धारा 370 की रक्षा करने का वादा भी किया है, जबकि भाजपा ने इसे समाप्त करने का और कश्मीर की रक्षा करने का वादा किया है। पिछले दिनों मोदी सरकार ने इस धारा में कुछ बदलाव भी किए हैं।
काँग्रेस भारत की जनता को बेवकूफ समझती है
अब सवाल यह उठता है कि क्या काँग्रेस भारत की जनता को बेवकूफ समझती है कि वो 72000 के लालच में उसके पीछे भागने लगेंगे और देश को एक बार फिर से बहुरूपिए लुटेरों के हवाले कर देंगे। मैं नहीं समझता कि वर्तमान भारत की जनता इतनी मूर्ख है कि वह काँग्रेस पार्टी के फरेब को समझ नहीं सके।
जनता यह अच्छी तरह से जानती है कि काँग्रेस को गरीबों से नहीं, बल्कि उनकी गरीबी से प्यार है। काँग्रेस को कालाधन और भ्रष्टाचार से भी बेइंतहा मुहब्बत है। वह खुद तो भ्रष्ट है ही, उसके सारे सहयोगी भी जाने-माने भ्रष्ट हैं। साथ ही तीसरे मोर्चे में भी सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है। इन दलों का उद्देश्य कहीं से भी जनहित और देशहित नहीं है, बल्कि इनका सिर्फ एक ही एजेंडा है कि कैसे मोदी को हराया जाए और खुद को जेल जाने से बचाया जाए।
विपक्ष का काम बस आरोप लगाना
जो दल मोदी सरकार पर कालाधन के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगा रहे थे वही दल मध्य प्रदेश में बदले की भावना से कमलनाथ के निकटतम सहयोगियों पर आयकर का छापा पड़वाने के आरोप लगा रहे हैं।
अभी हाल ही में माओवादियों ने काँग्रेस शासित दंतेवाड़ा में भाजपा विधायक की हत्या कर दी और उनके साथ हमारे 5 सीआरपीएफ जवान भी शहीद हो गए। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में प्रखर राष्ट्रवादी चंद्रकांत शर्मा जी की भी जिहादियों ने हत्या कर दी।
चौकीदार चोर नहीं!
पिछले दिनों के घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो जाता है कि चौकीदार चोर नहीं है, बल्कि चौकस है। वह ना सिर्फ सीमा पर चौकस है, बल्कि देश के भीतर देश को लूटने वालों पर भी उसकी पैनी नज़र है। उसने ना सिर्फ सैनिकों के साजो-सामान पर ध्यान दिया है बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में परिवहन के साधन भी विकसित किए हैं। इससे चीन के किसी भी संभावित हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जा सकता है।
मोदी ने की योजनाओं की बरसात
इसके साथ ही किसानों को वेतन, मज़दूरों को पेंशन, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना, सीधे खाते में सब्सिडी, रेलवे की रफ्तार बढ़ाना, नई रेल लाईनें बिछाना और पुरानी लाईनों के दोहरीकरण, तीव्र गति से सड़क-निर्माण, बिजली की कमी को पूरी तरह से दूर करने की दिशा में भी इस सरकार ने काफी सराहनीय काम किया है।
मैं मानता हूं कि रोज़गार कम पैदा हुआ है लेकिन आज भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश प्राप्त करने वाला देश बन चुका है। पूंजी आ रही है तो रोज़गार भी ज़रूर आएगा। बस थोड़े दिनों तक धैर्य रखने की आवश्यकता है।
लोकतंत्र के इस महापर्व में मैं आप सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि आप लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और भारत को विश्वगुरु बनने के मार्ग पर फिर से आगे ले जाएं। फिर से कमल खिलाएं और खूनी पंजे से देश को बचाए।
मेरे इस आह्वान में मेरा कोई स्वार्थ नहीं है, बल्कि देश की सवा सौ करोड़ जनता का स्वार्थ है। मैं आज तक किसी भी पार्टी का सदस्य नहीं रहा हूं और ना ही किसी दल से कभी एक पैसे का लाभ प्राप्त किया है। मेरे लिए मेरा देश सर्वोपरि और सर्वस्व था, है और हमेशा रहेगा।