तू नित्य
बढ़ता रहेगा
समय को
बदल देगा
रुकना नहीं
तू नित्य
नायक रहेगा।
साहस अपना
खोना नहीं
निशाने को
हासिल करेगा
तू असंभव किसी का
संभव करेगा।
तू नित्य
सूर्य रहेगा
अँधेरों को रोशन करेगा
पराक्रम करेगा
धारा को
मोड़ कर रहेगा।।
©वर्गीस टाइटस उदय
तू नित्य
बढ़ता रहेगा
समय को
बदल देगा
रुकना नहीं
तू नित्य
नायक रहेगा।
साहस अपना
खोना नहीं
निशाने को
हासिल करेगा
तू असंभव किसी का
संभव करेगा।
तू नित्य
सूर्य रहेगा
अँधेरों को रोशन करेगा
पराक्रम करेगा
धारा को
मोड़ कर रहेगा।।
©वर्गीस टाइटस उदय