डिअर नेताजी
और आपके फोलवर्स,
फुरसत मिले जब
तुम्हें जब नारे लगाने
और लगवाने से।
फुरसत मिले तुम्हें
देश प्रेम जब चिल्लाने से
और मोब लिंचिंग से ,
हाथों से गरीब बच्चों की
गरीबी छीन लेना
अल्पसंख्यक बहुसंख्यक
मत देखना।
गरीब माँ बाप को
रोजगार देना
स्कूल में शिक्षक देना।
देश को भाषण नहीं
मन्दिर नहीं
युद्ध नहीं लिंचिंग नहीं
असंख्य गरीब गांवों को
जहाँ इलाज के लिए
अस्पताल चाहिए
अस्पताल देना
थोड़ी मानवता दिखाना।
©टाईटस वर्गीस उदय