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युवा का अनोखा सुझाव, विदेशी भी ले सकेंगे आधार कार्ड का लाभ

आजकल हमारे दैनिक जीवन में आधार कार्ड का उपयोग बहुत आम और बहुत ज़रूरी हो गया है। आखिरकार आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है। जिससे मिलने वाले लाभों से हम भली-भांति परिचित हैं।

विकिपीडिया के अनुसार आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा भारत के नागरिकों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र है। इसमें 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या छपी होती है, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (भा.वि.प.प्रा.) जारी करता है, जो भारत में कहीं भी व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होता है। भारतीय डाक द्वारा प्राप्त और यू.आई.डी.ए.आई. की वेबसाइट से डाउनलोड किया गया ई-आधार भी समान रूप से मान्य हैं।

कोई भी व्यक्ति आधार के लिए नामांकन करवा सकता है। बशर्ते वह भारत का निवासी हो और यू.आई.डी.ए.आई. द्वारा निर्धारित सत्यापन प्रक्रिया को पूरा करता हो। प्रत्येक व्यक्ति केवल एक बार नामांकन करवा सकता है और नामांकन निःशुल्क है। आधार कार्ड एक पहचान पत्र मात्र है तथा यह नागरिकता का प्रमाण पत्र नहीं है।

आधार के लाभ

आधार दुनिया की सबसे बड़ी बॉयोमीट्रिक आईडी प्रणाली है। विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री पॉल रोमर ने आधार को “दुनिया में सबसे परिष्कृत आईडी कार्यक्रम” के रूप में वर्णित किया है। इसे निवास का सबूत माना जाता है लेकिन नागरिकता का सबूत नहीं। आधार स्वयं भारत में निवास के लिए कोई अधिकार नहीं देता है।

जून 2017 में गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि आधार नेपाल और भूटान यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए वैध पहचान दस्तावेज़ नहीं है। तुलना के बावजूद, भारत की आधार परियोजना संयुक्त राज्य अमेरिका के सोशल सिक्योरिटी नंबर की तरह नहीं है क्योंकि इसमें अधिक उपयोग और कम सुरक्षा है।

हम सब जानते हैं कि आधार कार्ड का लाभ सिर्फ भारतीय नागरिक उठा सकते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि विदेशी भी भारत में आधार कार्ड का लाभ उठा सकते हैं। यह सुझाव एक भारतीय लेखक के ही हैं। जिन्होंने अपनी किताब डिजिटलाइज़ेशन फॉर द प्रॉस्पेरस नेशन के माध्यम से भारत सरकार को एक सुझाव दिया था कि भारतीय नागरिकों के अलावा बाहरी देशों के नागरिक भी आधार कार्ड का लाभ उठा सकते हैं।

Image: Atul Kumar writer

अतुल कुमार एक भारतीय लेखक हैं। जिन्होंने अपनी पहली किताब वर्ष 2017 में डिजिटल इंडिया पर लिखी थी। उन्होंने अपनी किताब में आधार कार्ड के दो प्रकार बताएं हैं, परमानेंट आधार कार्ड और टेम्परोरी आधार कार्ड।

परमानेंट आधार कार्ड यानि जिसका लाभ हम भारतीय नागरिक होने के नाते उठाते हैं। ऐसे ही टेम्परोरी आधार कार्ड का उपयोग बाहरी देश के नागरिकों के लिए किया जा सकता है। इसकी अवधि भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। जिसे भारत सरकार अपनी शर्तों के आधार पर सक्रिय करेगी तथा इन दोनों प्रकार के आधार कार्ड को भारत सरकार अपने अनुसार नियंत्रित करेगी।

लेखक ने यह किताब डिजिटल इंडिया विषय पर लिखी थी। जिसका उद्देश्य भारतीय नागरिकों को डिजिटल इंडिया के विषय में जागरूक करना है। यह किताब सिर्फ सुझाव की तरह लिखी गई है। जिसके लिए लेखक को डिजिटल इंडिया डिपार्टमेंट द्वारा प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया गया है।

 

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