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2019 के लिए 2018 के इंटर्नशिप ट्रेंड्स क्या सुझाते हैं?

इंटर्नशिप

इंटर्नशिप

स्टूडेंट्स में बढ़ती जागरूकता के साथ इंटर्नशिप्स में पिछले पांच वर्षों में विशेष उन्नति देखी गई है। इसी का परिणाम है कि 2018 में इंटर्नशिप खोजने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में 80% की वृद्धि हुई है। इस वृद्धि का एक मुख्य कारण यह भी है कि इंटर्नशिप के साथ स्टूडेंट अपनी सॉफ्ट स्किल्स को और बेहतर बनाते हैं, नए कौशल सीखते हैं, और प्रैक्टिकल अनुभव प्राप्त कर रोज़गार योग्य बनते हैं।

इतना ही नहीं, समय के साथ स्टूडेंट्स के अलावा नियोक्ताओं के बीच भी इंटर्नशिप की अवधारणा बहुत प्रसिद्ध बन चुकी है। नियोक्ता समझते हैं कि इंटर्न अपने साथ नए विचार लाते हैं और अपनी योग्यता को साबित करने के लिए अत्यंत उत्साहित रहते हैं। इसके परिणामस्वरूप, 2017 के मुकाबले 2018 में इंटर्नशिप के अवसरों में 82% की बढ़ोतरी देखी गई।

फोटो साभार: pixabay

एक इंटर्नशिप प्रोग्राम द्वारा नियोक्ताओं को इंटर्नस् की योग्यता का परीक्षण करने का अवसर मिलता है। इंटर्नशिप के दौरान यदि एक इंटर्न का संतोषजनक प्रदर्शन हो तो उसे कंपनी में फुल टाइम नौकरी के लिए रख लिया जाता है। 2018 में इंटर्नशाला पर पोस्ट की गई सभी इंटर्नशिप्स में से 46% इंटर्नशिप में स्टूडेंट्स के लिए प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) का विकल्प था।

यह ट्रेंड उन स्टूडेंट्स के लिए एक बहुत अच्छी संभावना को प्रस्तुत करता है जो इंटर्नशिप द्वारा अपने लिए सही करियर की खोज कर, अपनी इंटर्नशिप को फुल-टाइम नौकरी में परिवर्तित करना चाहते हैं।

इंटर्नशिप ढूंढने वाले स्टूडेंट्स और इंटर्न हायर करने वाले नियोक्ताओं की बढ़ती संख्या के साथ हम अक्सर कुछ प्रश्नों का सामना करते हैं जैसे कि, एक स्टूडेंट अच्छी इंटर्नशिप कहां पा सकता है? इंटर्नशिप करने के लिए कौन से क्षेत्र सबसे बेहतर हैं?

एक इंटर्नशिप में स्टूडेंट को कितना स्टाइपेंड मिल सकता है? इंटर्न हायर करने के लिए सही समय कब होता है? इन प्रश्नों का उत्तर देने के लिए हमने निम्नलिखित इंटर्नशिप ट्रेंड्स का संकलन किया है।

इंटर्नशिप खोजने के लिए कौन से शहर सबसे बेहतर हैं?

अनेक ब्रांड, स्टार्टअप्स, फ्रीलांसर्स, और सत्ता का केंद्र होने के कारण दिल्ली-एनसीआर 35% इंटर्नशिप अवसरों के साथ इंटर्नशिप खोजने के लिए सभी शहरों में सबसे ऊपर है। दिल्ली के बाद मुंबई, बैंगलोर, पुणे, हैदराबाद, और अन्य टियर-1 शहरों में स्टूडेंट्स के लिए इंटर्नशिप अवसरों की भरमार है।

नियोक्ता सबसे अधिक किन क्षेत्रों में इंटर्न हायर करते हैं?

भारत दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ते स्टार्टअप इकोसिस्टम्स में से एक है, जिसकी वजह से फाइनेंस, ह्यूमन रिसोर्स, बिज़नेस डेवलपमेंट, सेल्स, और मार्केटिंग जैसी मैनेजमेंट की अनेक प्रोफाइलों में अत्यधिक अवसर पैदा हुए हैं। 2018 में इंटर्नशाला पर पोस्ट की गई सभी इंटर्नशिप में से 47% इंटर्नशिप अकेले मैनेजमेंट के क्षेत्र की थी।

मैनेजमेंट के बाद 21% इंटर्नशिप अवसरों के साथ मीडिया के क्षेत्र में कंटेंट राइटिंग, पब्लिक रिलेशन्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग, पत्रकारिता, कॉपीराइटिंग, और वीडियो मेकिंग जैसी प्रोफाइलों में अनेक इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए गए।

इंटर्नशिप के दौरान एक इंटर्न कैसे स्टाइपेंड की उम्मीद कर सकता है?

आजकल ज़्यादातर इंटर्नशिप्स में इंटर्न्स को स्टाइपेंड प्रदान किया जाता है। यह स्टाइपेंड कुछ स्टूडेंट्स के लिए उनकी पहली कमाई होती है जो उन्हें अपने परिवहन या घर के किराए जैसे सामान्य खर्चों को संभालने के लिए आर्थिक रूप से समर्थ बनाती है। 2018 में पोस्ट किए गए सभी इंटर्नशिप अवसरों में औसत स्टाइपेंड 7000 रुपए प्रति माह दिए गए और अधिकतम रूप से 85,000 रुपए स्टाइपेंड प्रति माह दिए गए।

इंटर्न हायर करने के लिए कौन से राज्य सबसे बेहतर हैं?

महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली-एनसीआर में स्टूडेंट्स के लिए अवसरों की प्रचुरता के कारण इन शहरों में इंटर्नशिप करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या सबसे अधिक है। यह रुझान इंटर्न हायर करने वाले नियोक्ताओं के सामने एक विशेष अवसर प्रस्तुत करता है क्योंकि इन शहरों में वे इंटर्नशिप उम्मीदवारों के बड़े संग्रह में से सबसे बेहतरीन इंटर्न चुन सकते हैं।

टियर-2 शहरों में इंटर्नशिप करने वाले स्टूडेंट्स की बढ़ी संख्या

टियर-2 शहरों में स्टूडेंट्स को अक्सर जागरूकता और करियर के अवसरों की कमी का सामना करना पड़ता है लेकिन सोशल मीडिया के उदय के कारण वे करियर विकल्पों के बारे में अधिक जागरूक हो गए हैं। वे अब समझते हैं कि इंटर्नशिप उनको एक सफल करियर की ओर बढ़ाने में सहायक होते हैं।

फोटो साभार: Internshala

इसके परिणामस्वरूप 2018 में टियर-2 शहरों में इंटर्नशिप खोजने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में 58% की बढ़त देखी गई। यह ट्रेंड भारत के टियर-2 शहरों में काम कर रहे स्टार्टअप, एसएमई, और अन्य नियोक्ताओं को अपने इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए अच्छे इंटर्न हायर करने के उत्तम अवसर प्रदान करता है।

इंटर्न हायर करने के लिए साल का सबसे सही समय

नियोक्ता अक्सर यह पाते हैं कि कभी-कभी उनकी इंटर्नशिप के लिए बहुत सारे स्टूडेंट आवेदन करते हैं और कभी-कभी बहुत ही कम। यह हमारे अगले प्रश्न को जन्म देता है कि इंटर्न हायर करने का सबसे सही समय क्या है?

आमतौर पर इंटर्नशिप करने वाले उम्मीदवार नियमित रूप से कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट होते हैं जो अपने कॉलेज के साथ इंटर्नशिप करना कठिन पाते हैं। यही कारण है कि वे अपनी गर्मी की छुट्टियों में इंटर्नशिप करना पसंद करते हैं। इसलिए इंटर्न हायर करने के लिए अप्रैल, मई और जून का समय सबसे उचित होता है।

फुल टाइम बनाम वर्क फ्रॉम होम इंटर्नशिप

पिछले अनुच्छेद में हमने जाना कि स्टूडेंट गर्मी के महीनों में इंटर्नशिप करना पसंद करते हैं मगर इसका मतलब यह नहीं कि नियोक्ता बाकी महीनों में इंटर्न हायर नहीं कर सकते। साल के अन्य महीनों में स्टूडेंट्स के लिए फुल टाइम इंटर्नशिप करना कठिन होता है।

इसलिए वे वर्क फ्रॉम होम इंटर्नशिप करना पसंद करते हैं। इंटर्नशिप रूझानों के अनुसार, फुल टाइम इंटर्नशिप्स की तुलना में वर्क फ्रॉम होम इंटर्नशिप्स के लिए तीन गुना अधिक स्टूडेंट आवेदन करते हैं।

विभिन्न इंटर्नशिप प्रोफाइलों के बीच डिमांड-सप्लाई गैप

2018 के इंटर्नशिप रूझानों में एक डिमांड-सप्लाई का अंतर देखा गया जो स्टूडेंट्स और नियोक्ताओं दोनों के लिए नए अवसर प्रस्तुत करता है। इस रुझान के अनुसार जिन स्टूडेंट्स की बिज़नेस डेवलपमेंट में रुचि है, उनके लिए इंटर्नशिप अवसरों की भरमार है।

इसी प्रकार भारी संख्या में स्टूडेंट वेब डेवलपमेंट के क्षेत्र में रुचि रखते हैं। यह ट्रेंड नियोक्ताओं को सबसे बेहतर और प्रतिभाशाली इंटर्न चुनने का अवसर देता है।

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